बूंदी में किसान ने कीटनाशक पीकर की आत्महत्या
जयपुर। प्रदेश में अन्नदाता के अरमानो पर एक बार फिर पानी फिर गया है। तीन दिन से प्रदेश के दो दर्जन से अधिक जिलों में बारिश और ओलावृष्टि के चलते कई जगह फसलें पूरी तरह तबाह हो गई हैं। कोटा संभाग में बारिश और ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद होने के कारण बूंदी के तालेड़ा में एक किसान ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली।
प्रदेशभर में रविवार को अधिकतर इलाकों में आकाशीय बिजली के साथ बारिश हुई और ओले भी गिरे। जयपुर में शाम होते ही मौसम ने अचानक करवट ली और तेज हवा चलने के साथ देर रात तक बारिश का दौर जारी रहा। दूसरी तरफ शेखावाटी इलाकों में सीकर सहित कई जगह रविवार सुबह कोहरा छाया रहा। रविवार को प्रदेश के 4.8 एमएम बारिश दर्ज की गई। लगातार बारिश के चलते मौसम विभाग ने आगामी कुछ दिनों तक के लिए गेंहूं और रबी की फसलों की कटाई नहीं करने के निर्देश दिए हैं।
23 मार्च से नया पश्चिमी विक्षोभ, अभी राहत के आसार नहीं
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मौसम का कहर जारी रहेगा। विभाग के अनुसार 23 मार्च से एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके चलते प्रदेशभर में 23 और 24 मार्च को पुन: आंधी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। इधर सोमवार को जयपुर सहित उदयपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा, जोधपुर व बीकानेर संभाग के अधिकांश भागों में आंधी, बारिश, तेज हवा और ओलावृष्टि का दौर जारी रहेगा।
तीन बीघा में गेहूं की फसल नष्ट, किसान ने किया सुसाइड
बूंदी जिले की तालेड़ा पंचायत समिति इलाके में ओलावृष्टि से फसल बर्बाद होने के बाद एक किसान ने सुसाइड कर लिया। तालेड़ा के थानाधिकारी दिग्विजय सिंह ने बताया कि पृथ्वीराज बैरवा (60) निवासी बाजड़ गांव ने अपने 3 बीघा खेत में गेहूं की फसल लगा रखी थी। पिछले दिनों हुई बारिश से फसल खराब हो गई। इसके कारण वह सदमे में आ गया। शनिवार सुबह 10 बजे खेत पर जाकर कीटनाशक पीकर आत्महत्या का प्रयास किया। परिजनों को सूचना तालेड़ा हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज के बाद कोटा रेफर कर दिया। कोटा में इलाज के दौरान रविवार तडक़े करीब 3 बजे उसने दम तोड़ दिया। पुलिस के अनुसार पृथ्वराज पर 8 लाख रुपए का कर्जा था।