जयपुर, 20 जनवरी। राजस्थान के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के बीच शहरों में स्कूल बंद पड़े है और बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। पढ़ाई को नियमित करने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने तीन माह की पढ़ाई का रोडमैप तैयार कर लिया है।
विभाग ने जनवरी से मार्च तक बच्चों की पढ़ाई के लिए ‘स्टार’ प्रोग्राम लॉन्च किया है। प्रोग्राम के तहत ऑनलाइन- ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से विद्यार्थियों की पढ़ाई होगी। स्कूलों में 8वीं 10वीं और 12वीं बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों का कोर्स शिक्षकों को 20 फरवरी और पहली से 7वीं और 9वी व 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों का कोर्स 15 मार्च तक पूरा करवाना होगा।
कोर्स पूरा होने के बाद बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों को 20 फरवरी के बाद मॉडल टेस्ट पेपर के जरिए फाइनल परीक्षा का अभ्यास करवाया जाएगा। कोविड-19 की परिस्थितियों के मुताबिक मॉडल पेपर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से विद्यार्थियों को उपलब्ध होंगे।
साप्ताहिक टेस्ट के लिए एप
वहीं, विद्यार्थियों के साप्ताहिक टेस्ट के लिए शिक्षा विभाग 22 जनवरी से नया एप भी लॉन्च कर रहा है। सप्ताहिक प्रश्नोत्तरी अभ्यास अब विद्यार्थियों का वाट्सएप के स्थान पर इसी नवीन वेब एप के जरिए होगा।
गुरुवार से स्कूलों में नई व्यवस्था के तहत ही पढ़ाई होगी। प्रथम दो क्लास उपाय शिक्षा के होंगे। इसमें पुराने सिलेबस का कुछ हिस्सा पढ़ाया जाएगा। विद्यार्थियों के सीखने के स्तर के आधार पर विद्यार्थियों के ग्रुप्स बनेंगे। विद्यार्थियों को जितनी पढ़ाई आ रही है, उसी आधार पर उसका ग्रुप बनेगा। इन ग्रुप्स में बच्चों को उसकी परफोरमेंस के आधार पर शामिल किया जाएगा। प्रत्येक ग्रुप के लिए अलग-अलग पाठ्यक्रम तय किया गया है।
माध्यमिक शिक्षा के निदेशक कानाराम के अनुसार शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेशभर में कोरोना महामारी को देखते हुए कक्षा 1 से 12वीं तक के विद्यार्थियों की पढ़ाई के लिए तीन माह की कार्य योजना जारी कर दी गई है। योजना के तहत विद्यार्थियों के लर्निंग गैप्स को पूरा करते हुए उन्हें वार्षिक परीक्षा की तैयारी करवाई जाएगी ताकि स्टूडेंट्स परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
वाट्सएप ग्रुप में होमवर्क सहित अन्य अभ्यास सामग्री भेजी जाएगी
शिक्षा विभाग की ओर से सभी शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि सुबह 8 बजे ही सभी विद्यार्थियों को उनके वाट्सएप ग्रुप में होमवर्क सहित अन्य अभ्यास सामग्री भेजी जाएगी। जिन विद्यार्थियों के पास वाट्सएप नहीं है, शिक्षक उनके घर तक शिक्षण सामग्री पहुंचाकर आएंगे। विद्यार्थियों को भेजी गई लर्निंग सामग्री के आधार पर हर शनिवार को एक क्विज आयोजित की जाएगी।