
विभाजित भाजपा को दी मात पर मात
राज्यसभा में कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों की विजय
जयपुर.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर अपना राजनीतिक कौशल दिखा दिया। साथ ही यह साबित कर दिया कि वह राजनीति में बड़े मंजे हुए खिलाड़ी है। राज्यसभा चुनावों में तीनों कांग्रेस के उम्मीदवारों को जीता कर राजनीतिक के अशोक ने यह सिद्ध कर दिया कि वह कांग्रेस का राष्ट्रव्यापी शोक दूर करने का सामथ्र्य रखते है अगर उन्हे मौका दिया जाए तो। वही भाजपा के लिए यह मनोबल गिराने वाला चुनाव साबित हुआ। भाजपा इन चुनावों में कुछ नहीं कर पाई बल्कि यह संदेश गया कि पार्टी अभी भी विभाजित है। यह एक तरह से एकजुट कांगे्रस की विभाजित भाजपा पर भी जीत है। भाजपा की धौलपुर से विधायक शोभारानी कुशवाह को कांगे्रस प्रत्याशी प्रमोद तिवारी को वोट देने के कारण निलंबित कर दिया है। इससे भाजपा के बड़े दावों की पोल खुल गई और क्रॉस वोटिंग का दांव भी उल्टा पड़ गया है। अब भाजपा को ही अपने में सुधार और एकजुटता के लिए काम करना पड़ेगा तभी वह 2023 के लिए सकारात्मक सोच पाएगी।
यह रहा परिणाम
राज्यसभा द्विवार्षिक चुनाव 2022 राज्य की चार सीटों के लिए शुक्रवार को विधानसभा में मतदान के बाद हुई मतगणना के पश्चात इंडियन नेशनल कांग्रेस के तीन तथा भाजपा का एक प्रत्याशी विजयी घोषित किया गया।
निर्वाचन अधिकारी जोगाराम ने बताया कि जीतने योग्य कोटे की संख्या 3981 आंकी गयी है। उन्होंने बताया कि इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी मुकुल बालकृष्ण वासनिक को 42 मत, रणदीप सुरजेवाला को 43, प्रमोद कुमार को 41 मत और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी घनश्याम तिवाड़ी को 43 मत प्राप्त हुए। र्निदलीय प्रत्याशी सुभाष चन्द्रा को 30 मत प्राप्त हुए। एक मत गणना के समय खारिज किया गया। 199 मत वैध पाये गये।
जोगाराम ने बताया कि राज्यसभा की चार सीटों के लिए निर्धारित समय प्रात: 9 बजे से मतदान प्रारम्भ हुआ। निर्वाचन अधिकारी ने अभ्यर्थियों के निर्वाचन की घोषणा करने के पश्चात मुकुल बालकृष्ण वासनिक, रणदीप सुरजेवाला, प्रमोद कुमार तथा घनश्याम तिवाड़ी को राज्यसभा के निर्वाचन का प्रमाण पत्र दिया।
पर्यवेक्षक एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने राज्यसभा निर्वाचन के मतदान मे भाग लेने वाले सभी विधायकों और सभी राजनैतिक दलों का शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न होने पर आभार व्यक्त किया है।
