भाजपा पर जमकर बरसे गहलोत

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विचारधारा के आधार लड़ेंगे लड़ाई
मीडिया से बातचीत में केंद्र सरकार के तौर तरीकों की आलोचना
राहुल गांधी के साथ एकजुटता दिखाने पहुंचे दिल्ली


जयपुर.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार को दिल्ली पहुंचे और केंद्र सरकार के तौर तरीकों की आलोचना की। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर बरसते हुए बीजेपी की राजनीति को देश के खतरनाक बताया। यहां प्रस्तुत है मीडिया से बातचीत के प्रमुख अंश-
सवाल- राज्यसभा चुनाव के बाद आप दिल्ली पहुंचे हैं पहली बार है राज्यसभा चुनाव के बाद कैसा है और दिल्ली में क्या।
जवाब-राज्यसभा में तो जो विजय हासिल की हम लोगों ने वो प्रदेशवासियों का आशीर्वाद था विधायकों का विश्वास था। इसलिए स्वाभाविक है कि हमें चुनाव जीतना ही था हालांकि हॉर्स ट्रेडिंग की बहुत कोशिश की बीजेपी ने ये उनकी फितरत के अंदर है वो हर जगह ऐसा ही करते हैं गुजरात में विशेष रूप से तो मुझे तो अनुभव है उनका मैं था गुजरात के अंदर तब उन्होंने किसी को नहीं छोड़ा था तो यहां पर वो मात खा गए वो कामयाब नहीं हो पाए।
सवाल- दिल्ली में ज्यादा मजबूत आप हो गए हैं।
जवाब-नहीं मैं तो कार्यकर्ता हूं चाहे मैं गुजरात काम करूं, चाहे राजस्थान में करूं, चाहे दिल्ली में करूं।
सवाल-लेकिन जिस तरह से एजेंसियों का दुरुपयोग है ईडी का दुरुपयोग है ईडी के खिलाफ कांग्रेस का धरना उसमें आप शरीक होंगे।
जवाब-इसीलिए हम आए हैं क्योंकि राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने जिस प्रकार से एक मैसेज दे रखा है देश के अंदर कि हम कॉम्प्रोमाइज नहीं करेंगे हम विचारधारा के आधार पर लड़ाई लड़ेंगे विपक्ष में रहकर अच्छी बात है इसका स्वागत करना चाहिए सबको कि डेमोके्रसी में और क्या होता है। पक्ष और विपक्ष अब विपक्ष को वो नेस्तेनाबूत करना चाहते हैं खत्म करना चाहते हैं फिर डेमोके्रसी कहां रहेगी। कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे मोदी जी। तो ये जो बात हैए आज सारी एजेंसियां जो हैं चाहे वो सीबीआई इनकम टैक्स ईडी डीआरआई ज्यूडीशियरी सब पर इतना दबाव बना रखा है इन लोगों ने कि निष्पक्ष होकर कोई काम करना चाहें तो नहीं कर सकता हैए ये हालात देश के अंदर हैं और ये बात बार.बार हम लोग सब कहते हैं कि देश किस दिशा में जा रहा है किस दिशा में जाएगा किसी को नहीं मालूम है। वक्त आ गया है कि हर हिंदुस्तानी कोए हर भारतवासी को ये छोडकऱ कि मैं हिंदू हूं मैं मुसलमान हूं मैं ईसाई हूं मैं पारसी हूं मैं जैन हूं ये छोडकऱ देशहित में ये सोचना चाहिए कि कहां ले जाना चाहते हैं हम देश में। अगर राहुल गांधी ने ये बात कही लंदन के अंदर जैसे पहले कोरोना के अंदर कहा था कि भई कोरोना बहुत भयंकर फैलेगा सरकार को वॉर्न किया था तो परवाह नहीं की फरवरी 2020 के अंदर। अभी उन्होंने कहा लंदन में कि पूरे देश के अंदर कैरोसिन छिडक़ दिया गया है बीजेपी ने पूरे मुल्क में कैरोसिन छिडक़ दिया है और वो देख लीजिए आप क्या हो रहा है 3 दिन में पूरे देश के अंदर कुछ जगहों की तो हमें मालूम है जो बड़े शहर हैं जहां पर आग लगी हुई है। दंगे हो रहे हैं दंगे भडक़ाए जा रहे हैं तनाव हो रहा है पर छोटी.छोटी जगहों पर भी छोटी-छोटी जगहों पर भी देखेंगे आप कि 500-800 के जुलूस निकलना मामूली बात हो गई है और बहुत ही आक्रोश के साथ में। कोई धर्म के लोग अगर इस प्रकार से तनाव पैदा करने में भागीदारी निभाएंगे तो ये देश के हित में नहीं है। अब अगर राहुल गांधी सही बात कहते हैं या सोनिया गांधी मैसेज देती हैं कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में तो वैलकम करना चाहिए। सत्तापक्ष को तो इतना घबराने की जरूरत क्या है कि आप ईडी के नोटिस दिलवा रहे हो जब हमारी जो नेशनल पार्टी एकमात्र पार्टी कांग्रेस है आज भी पूरे मुल्क में वो ही छाई हुई है चाहे पार्लियामेंट में कम हो सकते हैं नंबर हमारे विधानसभा में हमारी सरकारें नहीं बनी हों पर नेशनल पार्टी आज भी कांग्रेस पार्टी है जिसका इतिहास है शानदार। उस पार्टी को आप समाप्त करने के लिए उसके नेताओं को आपने छेड़ा है वो छेडकऱ अच्छा नहीं किया। यही लोग बीजेपी के लोग आज जिनका नाम है भारतीय जनता पार्टी इनका नाम था जनसंघ नाम था जनसंघ फिर मर्ज हो गई जनता पार्टी के अंदर ये जनता पार्टी में मोरारजी भाई देसाई थे प्राइम मिनिस्टर उस वक्त में भी इसी जनसंघ जनता पार्टी के नेताओं ने उस वक्त में भी इंदिरा गांधी चुनाव जीत गई थीं बाय इलेक्शन चिकमंगलूरु से पार्लियामेंट से निकाल दिया मेज्योरिटी के बल पर जेल में डाल दिया उनको पूरा देश उठ खड़ा हुआ था उस वक्त में और आंधी चली इंदिरा गांधी की वापस। ये अहम और घमंड जो है हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का और गृहमंत्री अमित शाह का 2 ही लोग हैं वहां पर जो अहम-घमंड के साथ चल रहे हैं। अहम-घमंड तो आज तक किसी का चला ही नहीं किसी का भी। इनका भी नहीं चलने वाला आज नहीं तो कल खत्म होगा समाप्त होगा।
सवाल-जो बीजेपी की शोभारानी ने क्रॉस वोट किया और उन्होंने अपने आलाकमान पर भी आरोप लगाए हैं उसको देखते हुए कह रहे हैं कि भाजपा में कांग्रेस ने बड़ी सेंधमारी की है और अशोक गहलोत का जादू चल गया।
जवाब- देखिए शोभारानी का स्टेटमेंट अभी मैं पढ़ रहा था अखबार के अंदर मुझे बड़ा अच्छा लगा पहली बार लगा कि ये तो बहुत ऐसी महिला हैं जो कि दमखम वाली दिखती हैंए जिन्होंने ऐसा सटीक जवाब दिया है बीजेपी के नेताओं को वो छकड़ी भूल गए होंगे। अभी मैंने पढ़ा अभी 1 घंटा पहले ही बड़ा पॉलिटिकल जवाब दिया उन्होंने बीजेपी हमारे पास आई थी हम बीजेपी के पास नहीं गए थे।
सवाल-तो राजस्थान में तो बीजेपी का रथ रुक जाता है सरकार का टाइम पिछली बार जब संकट आया थाए अब का राज्यसभा का मामला हो पहली बार हुआ कि भाजपा की कोई विधायक कांग्रेस के पास आए हों नहीं तो कांग्रेस के भाजपा में जा रहे हैं और आपके कार्यकाल में तीसरी बार ऐसा हुआ है कि भाजपा को मात मिली है तो एक बड़ा संदेश।
जवाब-अभी तो तीसरी बार ही लग रहा है आपको अब आप देखेंगे डेढ़ साल के अंदर कई बार होगा एनडीए गवर्नमेंट का, प्रधानमंत्री का, गृहमंत्री का टार्गेट राजस्थान है और वहां का मुख्यमंत्री है इसलिए बार-बार ये तंग कर रहे हैं हम लोगों को दबाव दे रहे हैं। जिस रूप में क्राइसिस पैदा किया हॉर्स ट्रेडिंग करने का खेल पूरा खेला गया, कामयाब नहीं हो पाए। बार-बार उनको राजस्थान दिखता है क्योंकि बहुत बड़ा राज्य है देश का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान ही है तो वो ही दिखता है इनको और टार्गेट करके चल रहे हैं राजनीति में। इसलिए मैं मानता हूं कि आज देश का लोकतंत्र खतरे में है माने कोई नहीं माने और देशहित में नहीं है। आज तो हिंदू-हिंदू करके बहुत लोग खुश हो रहे हैं क्योंकि हिंदू-हिंदुत्व का वर्चस्व हो रहा है जो माहौल बनाया गया चुनाव जीतने के लिए एक भी मुस्लिम को टिकट नहीं दो 403 में से बड़ी बहादुरी दिखा रहे हैं वो और बहादुरी दिख रही है क्योंकि ध्रुवीकरण होता है हिंदू.मुस्लिम हैं मेज्योरिटी किसकी है हिंदुओं की। हम कहते हैं कि हमें गर्व है कि हम हिंदू हैंए पर दूसरे धर्म का सम्मान करना मेरा फर्ज है ये हिंदू धर्म सिखाता है मुझे यही गांधी जी ने कहा था पर ये लोग लोगों को गु़मराह करके हिंदू-हिंदुत्व की बात करके लोगों को ग़ुमराह कर रहे हैं। जब हिंदू-मुस्लिम हो जाएगा फिर ये बात करेंगे अपर कास्ट की और शेड्यूल्ड कास्ट की बात करेंगे कि तुम शेड्यूल्ड कास्ट वाले हो ये अपर कास्ट वाले हैं फिर जाति की बात करेंगे फिर भाषा की बात करेंगे कहां जाएगा देश कहां जाएगा देश भाषा के नाम परए जाति के नाम पर, वर्ग के नाम पर, धर्म के नाम पर, 70 साल में कांग्रेस ने त्याग.बलिदान करके इंदिरा गांधी की हत्या हो गई, राजीव गांधी शहीद हो गएए सरदार बेअंत सिंह शहीद हो गएए, कितने हिंदू मारे गए थे पंजाब के अंदर, कितने आतंकवादियों ने कितना मारा लोगों को उस वक्त में आप लोगों को तो पता नहीं है नई पीढ़ी के पत्रकार आ गए हैं आजकल उनको पूरा जानकारी नहीं है पर कितने मारे गए थे वो दिन हम भूल गए क्या और किस प्रकार हत्या हुई इंदिरा गांधी की देश एक रहे अखंड रहे इसीलिए तो हुई थी आज ये लोग क्या समझते हैं बड़ी बहादुरी दिखा रहे हैं हिंदू-मुस्लिम की बात करके ये पता नहीं कि इसके इसके फॉल आउट क्या होंगे बहुत खतरनाक होंगे। देश के अंदर आने वाले वक्त के अंदर ये नई पीढ़ी को समझने की आवश्यकता है इतिहास को पढऩे की आवश्यकता है। इतिहास वो ही बनाएगा जो इतिहास पढकऱ राजनीति करेगा।
सवाल-राजनीतिक गलियारों में चर्चा ये है कि केवल अशोक गहलोत को विपक्ष मानते हैं।
जवाब-मैं तो एक प्रथम सेवक हूं राजस्थान का और राजस्थान को मैं कह चुका हूं राजस्थानवासियों को कि मैं आपसे दूर नहीं हूं मैं थासूं दूर नहीं। कितनी बार कहलवाओगे मुझसे मुझे राजस्थान की ही सेवा करनी है। प्रदेशवासियों की सेवा करनी हैए जो हाईकमान ने मुझे जिम्मेदारी सौंपी है। उसको मुझे निभाना है प्रदेश के अंदर। मैंने शानदार बजट पेश किए हैं जिसकी चर्चा राजस्थान के घर-घर के अंदर है बल्कि पूरे देश के अंदर है। तो मैं तो ये मानता हूं कि मुझे उन तमाम टार्गेट जो मैंने बनाए हैं बजट के माध्यम से उनको मुझे पूरा करना है जो बड़ी-बड़ी योजनाएं वहां पर हैं ईआरसीपी की है जो मैं बार-बार उठाता हूं प्रधानमंत्री जी को चाहिए कि वो राष्ट्रीय परियोजना घोषित करेंए उसको लागू करवाना है रिफाइनरी पूरी हो रोजगार लोगों को मिले। पेट्रो.कैमिकल्स का बड़ा कॉम्प्लेक्स वहां बनेगा, हमने तैयारी शुरू कर दी है उसको मैं पूरा करवाना चाहता हूं। जो दिल्ली-मुम्बई फे्रट कॉरिडोर है उसका भी एरिया बन रहा है डेवलपमेंट का इंडस्ट्रियल कॉरिडोर वो कैसे डेवलप हो वो मेरा सपना है हम उन कामों में लगे हुए हैं बाकी बातों में मैं पड़ता ही नहीं हूं कि मैं क्या करूं मैं तो राजनीति मुझे करनी है। मैं मेरी कर रहा हूं वहां पर।
सवाल-कल बैठक होने वाली है विपक्षी दलों की आप सम्मिलित होंगे उसमें।
जवाब-नहीं मुझे कोई इत्तिला भी नहीं है मैं तो आया हूं राहुल गांधी के साथ एकजुटता दिखाने के लिए हम लोग इक_ा होंगे कल एआईसीसी के अंदर। ईडी का बिना कोई कारण के आप सोनिया गांधी को और राहुल गांधी को नोटिस दे रहे होए बड़ी शर्म आने की बात है कि कुछ तो जमीर होना चाहिए। मैं तो ये सोच रहा हूं कि मुझे एक बार सीबीआई के चीफ से ईडी के डायरेक्टर से और इनकम टैक्स के सीबीडीटी के चेयरमैन से सबसे टाइम मांगने की सोच रहा हूं मैं उनको जाकर बताऊं मैं कि पूरे देशवासियों का मूड क्या है आपकी संस्थाएं प्रतिष्ठित संस्थाएं हैं देश की इनके बारे में क्या ओपिनियन बनी हुई है देश के अंदर। अगर मैं एक राज्य का मुख्यमंत्री हूं तो मैं कई बार सोचता हूं कि मेरी जिम्मेदारी बनती है कि मैं जाकर इनको बताऊं कि देशवासियों का मूड क्या है आपके बारे में क्या सोच है। जिस प्रकार आप दबाव में काम कर रहे होएहो सकता है कि उनकी अंतर्आत्मा नहीं मान रही हो उनको नौकरी करनी है दबाव में उनसे छापे डलवा देते हैं नोटिस देते हैं। पूरा मुल्क देख रहा है इसको पूरे लोग दु:खी हैं उद्यमी हों व्यापारी हों मीडिया वाले हों साहित्यकार हों पत्रकार हों लेखक हों सबको मालूम है कि देश में क्या हो रहा है और सब लोग चिंतित भी हैं कि बात करें तो किससे करें। कांग्रेस के राज में जब कभी कोई फैसला होता था या मीडिया वाले बोलते थे हम लोगों के खिलाफ में या इश्यू बनता था तो कांग्रेस नेतृत्व हमेशा कहता था सोचता था कि लोग क्या कहेंगे लोग क्या सोचेंगे ये लोग क्योंकि माई बाप लोग होते हैं डेमोके्रसी के अंदर लोग क्या सोच रहे होंगे हमारे बारे में ये सोचकर मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे हो गए कई बार रेल मंत्री का इस्तीफा हो गया लॉ मिनिस्टर का इस्तीफा हो गया। जो पुराने इतिहास को खत्म कर रहे हैं उसकी चर्चा ही नहीं कर रहे हैं त्याग की बलिदान की बात तो छोडि़ए, उपलब्धियों की चर्चा भी नहीं कर रहे हैं। 70 साल में क्या किया। एक ही पॉइंट बोलते हैं ये देश के अंदर इन सबको सबक जनता सिखाएगी और ये इतिहास बनाने में कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे अपना खुद का।

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