
अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने दी जानकारी
सांसद भागीरथ चौधरी ने लोकसभा क्षेत्र अजमेर के विभिन्न रेल्वे स्टेशनों हेतु यात्री सुविधाओं से सम्बन्धित प्राप्त सुझावों एवं विकास कार्यां पर अजमेर मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय में पूर्व में दिनांक 09.03.2022 को महाप्रबन्धक उत्तर पश्चिम रेलवे के साथ आयोज्य बैठक में विस्तृत चर्चा की थी। बैठक के दौरान सांसद चौधरी ने संसदीय क्षेत्र के विभिन्न रेल्वे स्टेशनों की यात्री सुविधाओं, रेल गाडियों के ठहराव एवं आधारभूत ढांचे हेतु सुझाव दिए। कई मुद्दों पर बैठक में ही ठोस कार्यवाही कर रेलवे बोर्ड से सकारात्मक स्वीकृति जारी कराने पर जोर दिया था। परिणाम स्वरूप रेल्वे द्वारा स्टेशनों यात्रियों के लिये सुविधाओं के विस्तार के तहत किशनगढ (अजमेर) रेल्वे स्टेशन पर प्लेटफार्म 01 और 02 पर रेल यात्रियों के सुगम आवाजाही हेतु शीघ्र ही एस्केलेटर लगेगा । किशनगढ रेल्वे स्टेशन पर गत लम्बे समय से यात्री सुविधा के तहत एस्केलेटर लगाने की मांग उठ रही थी जिसे रेल्वे अधिकारियों ने यहां एस्केलेटर को उपयुक्त मानकर गत माह प्रस्ताव जयपुर मुख्यालय से रेल्वे बोर्ड, दिल्ली को भिजवाये थे । ज्ञात रहे कि कुछ समय पहले रेल मंत्री ने भी प्रदेश के सांसदो से अपने -अपने क्षेत्र में रेल सुविधाओं के विस्तार एंव विकास के लिये प्रस्ताव मांगे थे और सभी सांसदो ने अपने-अपने क्षेत्र के उक्त प्रस्ताव रेल मंत्री को उपलब्ध करवाये थे। रेल्वे बोर्ड ने रेल्वे स्टेशनो पर एस्केलेटर लगाने के लिये 2 मापदण्ड बनाये थे जिनमे एक वे रेल्वे स्टेशन जिनकी सालाना आय 10 करोड रूपये हो, दुसरा मापदण्ड जनप्रतिनिधियों एंव जनता की और से की गई मांग को माना गया। रेल्वे की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के 41 स्टेशनो पर एस्केलेटर लगाने के लिये सर्वे हुआ था जिसमें प्रथम चरण में 26 स्टेशनो यथा किशनगढ सहित झुंझनु, सीकर, चुरू, भीलवाडा, फालना, मारवाड जंक्शन, ब्यावर, रानी, श्रीगंगानगर, सुरतगढ, लालगढ, हनुमानगढ, भिवानी, सिरसा, बांदीकुई, फुलेरा, दौसा, खातीपुरा, रामगढ शेखावटी, ग्रेटर जगतपुरा, सांगानेर, कनकपुरा, दुर्गापुरा, रिंगस, ढहर का बालाजी शामिल है और जिन 13 स्टेशनो पर फिलहाल एस्केलेटर लगाने की जरूरत नही है उनमे भगत की कोठी, बाडमेर, नागौर, मेडता रोड, नोखा, राई का बाग, रेण, बालतोरा, डेगाना, मकराना, कुचामन सिटी, डिडवाना और लाडनू है वहीं सर्वे रिपोर्ट में डूंगरपुर एंव जवाई बांध दोनो ही रेल्वे स्टेशनो पर एस्केलेटर लगाना असंभव बताया है। प्रत्येक एस्केलेटर पर करीब 3 करोड 50 लाख का खर्चा आयेगा। जयपुर स्थित चीफ कमर्शियल मैनेजर ने सभी डिविजनल कमर्शियल मैनेजर से उक्त रेल्वे स्टेशनों की भौतिक रिपार्ट लेकर विभाग को भिजवा दी है। रेल्वे के अनुसार एस्केलेटर लगाने का काम जल्द शुरू किया जायेगा। उक्त एस्केलेटर के लगने से सबसे ज्यादा सहुलियत बुजर्गों, महिलाओ एंव छोटे बच्चो को होगी, वही आम यात्री भी भारी-भरकम सामान लेकर आसानी से प्लेटफार्म पर चढ एवं उतर सकेंगें, और दिव्यांग यात्रियों को भी दिक्कत नहीं होगी।