डॉ. मंगत बादल को मिला बाल साहित्य पुरस्कार

Spread the love

भुवनेश्वर में आयोजित हुआ समारोह


जयपुर.
श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर निवासी और देश के प्रसिद्ध साहित्यकार.कवि डॉ. मंगत बादल को रविवार को साहित्य अकादेमी के बाल साहित्य पुरस्कार से नवाजा गया है।
बाल दिवस पर उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित समारोह में अकादेमी के उपाध्यक्ष माधव कौशिक ने उन्हें ताम्र पर अंकित सम्मान प्रतीक एवं पचास हजार रुपए भेंट करके अभिनंदन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उडिय़ा के प्रसिद्ध लेखक रमाकांत रथ थे। उन्हें यह पुरस्कार उनकी बाल साहित्य की पुस्तक कुदरत रो न्याव के लिए दिया गया है। कार्यक्रम में अकादेमी के सचिव के. सचिदानंद राव ने कुदरत रो न्याव पुस्तक की चर्चा करते हुए कहा कि यह शिक्षाप्रद लोककथाओं का वर्णन करने वाली अत्यंत प्रभावी पुस्तक है जो बच्चों को संस्कारित करती है। कार्यक्रम में 24 भारतीय भाषाओं के बाल साहित्यकारों को यह पुरस्कार दिया गया।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले डॉ. मंगत बादल का साहित्य अकादेमी का मुख्य पुरस्कार, राजस्थान साहित्य अकादेमी का सुधीन्द्र पुरस्कार एवं राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादेमी का सूर्यमल्ल मिस्सण शिखर पुरस्कार सहित अनेक पुरस्कार एवं सम्मान मिल चुके हैं।
डॉ. मंगत बादल की प्रमुख कृतियां मत बांधो आकाश, शब्दों की संसद, इस मौसम में, हम मनके इक हार के, सीता, दसमेस, रेत री पुकार, वतन से दूर, यह दिल युग है, कैकेयी, आंदोलन सामग्री के थोक विके्रता आदि है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.