जमवारामगढ़/ विकास शर्मा। जमवारामगढ़ थाना क्षेत्र के धूलारावजी गांव में जोगियां की कोठीवाली ढाणी में संचालित अवैध केमिकल फैक्ट्री से साक्ष्य जुटाने के लिए सोमवार को उप निदेशक राजवीर के नेतृत्व में एफएसएल टीम घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए व फैक्ट्री में हुए नुकसान की जांच की। इस दौरान क्षेत्रीय विधायक गोपाल मीणा व एसडीएम विश्वामित्र मीणा ने मृतकों के घर पहुंचकर आश्रितों को 1-1 लाख रुपए की सहायता राशि के चैक सौंपे।
एफएसएल टीम का नेतृत्व कर रहे उपनिदेशक राजवीर ने वहां मौजूद परिवार के लोगों से फैक्ट्री के दस्तावेज व केमिकल से संबंधित सवाल जवाब किए। परिवार के सदस्यों ने सवालों से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि आगजनी में मृतक कालूराम ( मालिक का भतीजा ) ही फैक्ट्री का पूरा काम काज देखता था । फैक्ट्री के दस्तावेज, केमिकल की जानकारी व अन्य सभी सवालों के जवाब मृतक कालूराम ही दे सकता था। इसके बाद एफएसएल टीम के द्वारा घटनास्थल पर साक्ष्य जुटाने का काम शुरू किया गया।
विधायक गोपाल मीणा , जमवारामगढ़ प्रधान रामफूल गुर्जर , आंधी प्रधान मानसी मीणा, सरपंच प्रतिनिधि सांवरमल मीणा, भाजपा नेता महेंद्र पाल मीणा, जिला परिषद सदस्य विजय मीणा व अन्य जनप्रतिनिधियों ने धूलारावजी पहुंचकर परिवार को ढांढस बंधाया। विधायक गोपाल मीणा व एसडीएम विश्वामित्र मीणा ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से घटना में मृतक आश्रित कालीदेवी व ममता को 1-1 लाख के दो – दो चैक सौंपे। घटना में घायलों को 20-20 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की।
उल्लेखनीय है कि धूलारावजी गांव स्थित जोगियां की कोठीवाली ढाणी के पास खेत में सैनी केमिकल के नाम से संचालित अवैध फैक्ट्री में रविवार को आग लगने से एक ही परिवार के 3 बच्चों समेत चार लोग जिंदा जल गए थे । फायर ब्रिगेड व सिविल डिफेंस की मदद से करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका था। घटना स्थल पर मौजूद फैक्ट्री संचालक शंकर सैनी ने बताया कि खेत में रोकी नाम का पालतू कुत्ता है। छुट्टी के दिन बच्चे रोकी के साथ खेलने वहां आ जाते थे।घटना वाले दिन रविवार को बच्चों ने वहां आने की जिद्द की थी। हादसे के बारे में किसी को पता नहीं था। बच्चे फैक्ट्री के अंदर थे। केमिकल से भरी बोतल में अचानक आग लगी। फैक्ट्री मालिक शंकर सैनी ने बताया कि उनकी पत्नी पार्वती जो की अग्निकांड में बुरी तरह से झुलस गई , केमिकल से भरी बोतलों के ढक्कन बंद करने का काम कर रही थी। अचानक एक बोतल में आग लग गई। पार्वती ने बोतल को नीचे गिरा दिया। आग चारों तरफ फैल गई। उन्होंने बताया कि लगभग 40-45 लाख रुपये का केमिकल फैक्ट्री में मौजूद था। सबकुछ जलकर राख हो गया।
धूलारावजी : एफएसएल टीम ने फैक्ट्री से उठाए साक्ष्य
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