
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व मेंटोर टीचर प्रशिक्षण सम्पन्न
किशनगढ़। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के तत्वावधान में समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत जाट समाज धर्मशाला सांवत्सर में विगत 9फरवरी से आयोजित किए जा रहे पांच दिवसीय ब्लॉकस्तरीय गैर आवासीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मेंटोर टीचर के संयुक्त प्रशिक्षण शिविर का शुक्रवार को विधिवत रूप से समापन हुआ। अन्तिम दिवस भी दक्ष प्रशिक्षकों द्वारा संभागीयों को बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास से जुड़े विषयों पर मय टीएलएम गतिविधि आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया गया। मिडिया प्रभारी एवं संदर्भ व्यक्ति (सीडब्ल्यूएसएन) चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि पांचवे एवं अंतिम दिवस मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जगनारायण व्यास ने प्रशिक्षण शिविर का अवलोकन किया एवं मुख्य अतिथि के रूप समापन कार्यक्रम में भाग लेते हुए उपस्थित संभागीयों को सम्बोधित भी किया। सीबीईओ व्यास ने अपने उद्बोधन में यह बात कही की प्रशिक्षित होकर निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ अबोध बालक को विकास की ओर ले जाएं। उन्होंने कहा कि शिक्षक-कार्यकर्ता आपसी समन्वय से आंगनबाड़ी के अच्छे परिणाम दे सकते हैं संभागीयों में शामिल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मेंटोर टीचरों ने ग्रुपवार प्रशिक्षण सम्बन्धी अपने अपने अनुभव कार्यक्रम में साझा किए। शिक्षा अधिकारियों ने भी संभागीयों से गतिविधि आधारित सवाल- जवाब कर फिडबैक प्राप्त किया। शिविर प्रभारी एवं प्रधानाचार्य श्रीमती फरीदा भाटी, शिविर संयोजक पवन कुमार शर्मा एवं संदर्भ व्यक्ति अशोक कुमार यादव ने भी समापन कार्यक्रम को संबोधित किया। शिविर में कुल 144 संभागीयों ने शिरकत की जिनमें 72 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं 72 मेंटर टीचर मुख्य रूप से शामिल हैं। पांच दिवसीय ब्लॉक स्तरीय शिविर में रीना चौधरी, अंतिमा चौबे शकुंतला ज्योति याना, अश्का खान, सीमा सारंडा एवं विष्णु कुमार मालाकार दक्ष प्रशिक्षक के रूप में संभागीयों को तीन अलग – अलग समूहों में खेल-खेल, पोस्टर व चित्र कला एवं टीएलएम निर्माण सहित ब्लेक बोर्ड से सम्बन्धित गतिविधियों से जुड़ा प्रशिक्षण प्रदान किया गया और प्रशिक्षण में बचपन की देखभाल, 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों की वृद्धि, बच्चों के समग्र विकास, देखभाल और मानसिक विकास के गुर सिखाए गए। संभागीयों की ओर से मेंटोर टीचर गीता जड़ियां ने प्रतिवेदन प्रस्तुत कर आभार भाषण दिया। पांच दिवसीय प्रशिक्षण में संभागीयों की ओर से विभिन्न गतिविधियों में पूर्ण लगन एवं निष्ठा के साथ सहभागिता दर्शाई गई। शिविर में मुख्य रूप से बच्चे के सर्वांगीण विकास, शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक विकास पर चर्चा की गई। साथ ही मॉडल के माध्यम से बच्चों को आंगनबाड़ी की ओर कैसे आकर्षित किया जाए, सहित कई नए आयामों से बच्चों के विकास पर गहराई से प्रकाश डाला गया। और आंगनवाड़ी केंद्र पर काम आने वाली शिक्षण सामग्री के निर्माण तथा प्रभावी उपयोग की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रारंभ से लेकर अंत तक प्रशिक्षण में शिविर सह प्रभारी सरदार चौधरी, कैलाश चौधरी एवं अनिता शर्मा ने शिविर संचालन में महत्त्वपूर्ण भागीदारी निभाई।