खुद को पुलिस अधिकारी बता व्यापारी से ठग लिए साढ़े तीन लाख रुपए

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व्यापारी एसएचओ से मिला तो पता चला ठगी का

जयपुर। जयपुर की माणक चौक थाना पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। शातिर ठग सुरेश पर फर्जी अधिकारी बनकर सर्राफा व्यापारी से साढ़े तीन लाख रुपए की ठगी का आरोप है।
डीसीपी नॉर्थ परिस देखमुख ने बताया कि 7 सितंबर को सर्राफा टैडर्स कमेटी जयपुर के अध्यक्ष कैलाश मित्तल से फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर साढ़े तीन लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया था।

माणक चौक थाने का एसएचओ बता मांगे रुपए

सर्राफा व्यापारी कैलाश मित्तल के साथ ठगी के मामले का खुलासा तब हुआ जब कैलाश मित्तल माणक चौक थाने के एसएचओ सुरेंद्र यादव से मिले। दरअसल, शातिर ठग सुरेश ने सर्राफा व्यापारी कैलाश मित्तल को माणक चौक थाने का एसएचओ सुरेंद्र यादव बनकर ही फोन किया था। पुलिस ने बताया कि ठग सुरेश ने एसएचओ बनकर सर्राफा व्यापारी कैलाश मित्तल को फोन किया और अपने रिश्तेदार जज की तबीयत खराब होने और जोधपुर में भर्ती होने का हवाला देकर साढ़े तीन लाख रुपए मांगे। एसएचओ सुरेंद्र यादव को जब यह बात पता चली तो वह खुद भौचक्के रह गए। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और ठग को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने ब्यावर से किया गिरफ्तार

पुलिस ने इस मामले में एक टीम का गठन करते हुए तकनीकी सहायता से ब्यावर से आरोपी सुरेश कुमार घांची उर्फ भैराराम उर्फ मैरिया को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी सुरेश कुमार रजत सागर रामदेव रोड पुलिस थाना कोतवाली जिला पाली का रहने वाला है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शातिर ठग सुरेश के खिलाफ प्रदेश के अलग-अलग स्थानों में 61 मामले दर्ज हैं। सुरेश ने एसपी, एमएलए बनकर भी ठगी की वारदातों को अंजाम दिया था।

15 दिन पहले ही जमानत पर आया बाहर

शातिर ठग सुरेश के खिलाफ विभिन्न थानों में करीब 61 प्रकरण दर्ज हैं। आरोपी 13 महीने से बांसवाड़ा में 35 लाख की इसी प्रकार की ठगी करने के अपराध में जेल में बंद था। करीब 15 दिन पहले ही जमानत पर बाहर आया था। जमानत पर बाहर आते ही उसने फिर से लोगों को ठगी का शिकार बनाना शुरू कर दिया।

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