
निजी बसों को चलाए जाने की योजना का विरोध
जयपुर.
रोडवेज कर्मचारी रोडवेज की हालत सुधारने की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे। अगले 29 और 30 अगस्त को कर्मचारी बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
राजस्थान रोडवेज में कर्मचारियों को जुलाई माह का वेतन एवम् पेंशन का अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। कर्मचारियों का रक्षाबंधन और तीज के साथ ही अब गणेश चतुर्थी भी ऐसे ही निकलने और त्योहार बिगडऩे की संभावना लग रही है। भारतीय मजदूर संघ से सबंधित रोडवेज में कार्यरत संगठन परिवहन फैडरेशन के प्रदेश महामंत्री सत्यनारायण शर्मा ने बताया कि पूर्ववर्ती सरकार के समय बस अड्डा प्राधिकरण का गठन किया गया था। परंतु उस वक्त रोडवेज कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे आंदोलन में वर्तमान सरकार के प्रतिनिधियों जिनमे कांगे्रस नेता सचिन पायलट और प्रताप सिंह खाचरियावास ने आंदोलन में आकर घोषणा की थी कि रोडवेज कर्मचारियो की सभी समस्याओं का समाधान होगा। परंतु सरकार को आज 4 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण हो रहा है परन्तु रोडवेज और रोडवेज कर्मचारियों की समस्याएं जैसे की तैसे है। आज कर्मचारियों को वेतन एवम पेंशन के लिए भी तरसना पड़ रहा है। जिससे घर का खर्च चलाना भी मुश्किल पड़ रहा है।
सत्यनारायण शर्मा ने राज्य सरकार पर सीधा आरोप लगाया कि यह सरकार भी पूर्व सरकार के नक्शे कदम पर चल रही है। आज बस अड्डा प्राधिकरण के नाम पर रोडवेज की जमीन हड़प कर निजी वाहनो को रोडवेज के बस स्टैंड से चलाने की कार्यवाही पर तेजी से काम कर रही है तथा निगम प्रबंधन और परिवहन मंत्री भी संगठनों से वार्ता करने का समय नहीं दे रहे है।
इन सब विषय को लेकर 23 अगस्त को जयपुर संभाग के प्रमुख कार्यकर्ताओं की आवश्यक बैठक भारतीय मज़दूर संघ कार्यालय में हुई। बैठक में लिए निर्णय के अनुसार चेतावनी स्वरूप 29 और 30 अगस्त को जयपुर संभाग के सभी आगारों के फैडरेशन कार्यकर्ता दोपहर 11 बजे से 3 बजे तक मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। फिर भी प्रभावी कार्यवाही नही होने पर आंदोलन को उग्र किया जाएगा।