
मदनगंज किशनगढ़
निकटवर्ती ग्राम डींडवाड़ा के देवनारायण मंदिर में एक माह से चल रहे योगमय सत्संग का 10 सितम्बर को रात्रि 8 बजे से 12 बजे तक समापन कार्यक्रम हुआ।
श्रद्धालु विश्राम बोकण ने बताया कि समाज को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने और आरोग्यता की प्राप्ति के उद्देश्य से ब्रह्म कुटीरम् से आमंत्रित योग गुरु सरदार महाराज एक माह से योग-सत्संग कर रहे हैं। भादवा की अमावस्य से प्रारंभ हुए योग सत्संग का पूर्णिमा को समापन कार्यक्रम रखा गया।
योग गुरु ने बताया कि पाँच कोस में फैली शिव की नगरी काशी की भांति शरीर, प्राण, भाव, ज्ञान और आनन्द के रूप में पाँच कोश में प्रसारित चेतना का विकास करके ही मनुष्य पशुत्व से देवत्व की प्राप्ति कर सकता है। मनुष्य के लिये शारीरिक, भावनात्मक, बौद्धिक, अध्यात्मिक और सामाजिक स्वास्थ्य के लिये योग सदा से ही श्रेष्ठ उपाय है। नन्दराम भड़ाणा ने बताया कि सरदार महाराज ने उपस्थित साधकों को योग-उपदेश देकर योग साधना कराई तथा साधकों की भावनाओं को ध्यान में रखकर उन्हें गुरु मंत्र देकर अपना जन्मदिन मनाया।
इस कार्यक्रम में हरचंद बोकण, रोड़ू भड़ाणा, रामदेव भडाणा, कान्हाराम चाढ़, रामनारायण बावला, रामा भड़ाणा, रामकरण चाढ़, ओमप्रकाश चाढ़, महेन्द्र पुरी, कार्तिक, गजानन्द, पिंटू, धर्मराज आदि के साथ गाँव की संगत उपस्थित रही।