
काठमांडू, 27 जून। काठमांडू घाटी के ललितपुर महानगर शहर में पानी पूरी(गोलगप्पे) की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऐसा इस क्षेत्र में हैजे के मामले बढऩे के कारण किया गया है।
ललितपुर मेट्रोपोलिटन सिटी (एलएमसी) ने महानगर में पानी पूरी की बिक्री और वितरण पर रोक लगाने का फैसला लिया। उसने दावा किया कि पानी पूरी में इस्तेमाल किए जाने वाले पानी में हैजे का बैक्टीरिया पाया गया है। म्युनिसिपल पुलिस प्रमुख सीताराम हाचेथु ने कहा कि महानगर ने भीड़भाड़ वाले इलाकों और कॉरिडोर इलाके में पानी पूरी की बिक्री रोकने के लिए आंतरिक तैयारियां की है। उन्होंने कहा कि घाटी में हैजे के फैलने का खतरा बढ़ गया है।
अब तक 12 मरीज मिले
स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्रालय के अनुसार, काठमांडू घाटी में सात और लोगों के हैजे से संक्रमित पाए जाने के साथ ही घाटी में इसके मरीजों की कुल संख्या 12 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत महामारी विज्ञान और रोग नियंत्रण मंडल के निदेशक चुमनलाल दास के अनुसार, काठमांडू महानगर में हैजे के पांच मामलों की पहचान की गई है और चंद्रगिरि महानगर और बूढ़ा नीलकंठ महानगर में एक-एक मामला आया है।
लोगों को लक्षण दिखते ही अस्पताल जाने की सलाह
संक्रमितों का अभी तेकू के सुक्रराज ट्रॉपिकल एंड इन्फेक्शियस डिजीज हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। इससे पहले राजधानी के विभिन्न हिस्सों में हैजे के पांच मामले आए थे। दो संक्रमित लोगों का इलाज किया गया और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इस बीच, स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्रालय ने लोगों से हैजे का कोई भी लक्षण दिखने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाने का अनुरोध किया है।