
अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश)। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) नुमाइश मैदान के पास राजा महेंद्र प्रताप की जमीन पर बने सिटी हाई स्कूल के पीछे की खाली जमीन उनके वंशजों को वापस कर सकता है। साथ ही स्कूल का भवन अपने पास बनाए रखने के लिए इसका नाम बदलकर राजा महेंद्र प्रताप के नाम कर सकता है।
इस संबंध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की एक्जीक्यूटिव काउंसिल की हुई एक अहम बैठक में इस स्कूल व उसकी जमीन को लेकर यह प्रस्ताव रखा गया।
कमेटी लेगी अंतिम निर्णय
बैठक में मसूदाबाद स्थित सिटी स्कूल को लेकर प्रस्ताव रखा गया कि स्कूल और इसके पीछे की जमीन राजा महेंद्र प्रताप ने विश्वविद्यालय को 99 साल के लिए लीज पर दी थी। यह अवधि अब पूरी हो चुकी है। साथ ही प्रस्ताव दिया गया कि स्कूल के पीछे की जमीन राजा महेंद्र प्रताप के वंशजों को वापस कर दी जाए। जिस जमीन में स्कूल का भवन बना है, उसे राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर रख दिया जाए। इस तरह स्कूल वाली जमीन एएमयू के पास ही रहेगी। इस प्रस्ताव पर विचार के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन एक कमेटी का गठन करेगा, जो इस संबंध में अंतिम निर्णय लेगी।
एएमयू में खुलेगा नर्सिंग व फार्मेसी कॉलेज
विश्वविद्यालय सूत्रों के मुताबिक एक्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में जो अन्य निर्णय हुए हैं, उनमें यह तय है कि अब एएमयू में एक नर्सिंग कॉलेज, एक पैरामेडिकल कॉलेज और एक फार्मेसी कॉलेज खुलेगा। इसके लिए मान्यता की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके अलावा जो शिक्षक 10 साल तक प्रोफेसर के पद पर रह चुके हैं और उनके 10 शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं, उनको सीनियर ग्रेड दी जाएगी। निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी जिनको काम करते हुए पांच वर्ष हो चुके हैं, उन्हें मेडिकल अटेंडेंस स्कीम का लाभ प्रदान किया जाएगा।
बैठक में तिब्बिया कॉलेज के डॉ. जमीर अहमद की नियुक्ति संबंधी फाइल पास की गई, जिससे उनकी नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया। बैठक में इसी वर्ष हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठकों के प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई।