राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ में भी पुरानी पेंशन स्कीम हुई बहाल

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जयपुर, 9 मार्च। अपने व अपने परिवार के भविष्य की चिन्ता को लेकर देश भर में पिछले कई वर्षों से लगातार एन.पी.एस. को रद्द कर पुरानी पेंशन बहाल करवाने के लिए संघर्ष कर रहे लाखों कर्मचारियों के जज्बे के आगे झुकते हुए पहले 24 फरवरी को राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार व आज 09 मार्च को छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने राज्य सरकार के अंतर्गत कार्यरत कर्मचारियों के लिए नई पेंशन स्कीम को रद्द कर पुरानी पेंशन पेंशन स्कीम को पुनः बहाल कर दिया। उन्होंने आज बजट में इसकी घोषणा की है, जो निश्चित तौर पर देशभर में संघर्षरत लाखों कर्मचारियों व उनके परिवारों के लिए बहुत बड़ी राहत की बात है।

छत्तीसगढ़ सरकार के इस फैसले से कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ रही है। कर्मचारियों का कहना है कि उनके व उनके परिवार के लिए भूपेश बघेल मसीहा बनकर आए हैं, जिसके चलते छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों व उनके परिवारों द्वारा कहीं केक काटे जा रहे हैं, कहीं रंग बिखेरे जा रहे हैं तो कहीं ढोल बजाए जा रहे हैं। ये सब बनता भी है क्योंकि सालों लम्बे संघर्ष के बाद कर्मचारियों ने सरकार पर दबाव डालकर अपनी मांग मनवाने के लिए कामयाब हुए हैं, इसीलिए वो सब बधाई के पात्र हैं।

पूरे देश में पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करवा कर दम लेंगे : अमरीक सिंह

एक बयान में फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे के राष्ट्रीय सचिव, एनएमओपीएस के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव व आईआरएफ के कार्यकारी अध्यक्ष का. अमरीक सिंह ने कहा कि 1 जनवरी 2004 के बाद सेवा में आए सभी कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुए, सरकार ने वर्ल्ड बैंक के आगे झुकते हुए कर्मचारियों पर नई पेंशन स्कीम थोप कर उन्हें अंधकार में धकेल दिया। अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए देश भर के कर्मचारियों ने नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम तथा रेलवे के कर्मचारियों ने फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे के तत्वावधान में पिछले लगभग 10 वर्षों से पड़ाव दर पड़ाव एक राज्य से दूसरे राज्य तक संघर्ष करते हुए वर्ष 2018 में दिल्ली में दो विशाल रैलियां कर सत्ता के गलियारों में जबरदस्त हलचल पैदा कर दी। सत्ता के गलियारों में पैदा की हलचल से देश के सभी राज्यों की तमाम राजनीतिक पार्टियों को मजबूर होकर अपनी रैलियों व घोषणापत्र में पुरानी पेंशन बहाली को प्रमुख जगहें देनी पड़ी और अब आख़िरकार राजस्थान की गहलोत सरकार के बाद छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार को भी पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए मजबूर किया है, यह वह कदम है जिसका हमें पूर्ण विश्वास था और है, और हम छत्तीसगढ़ सरकार के इस फैसले से बेहद खुश हैं और इसका स्वागत करते हैं।

अमरीक सिंह ने कहा कि हमें भी राज्य सरकारों के कर्मचारियों से सीख लेने की जरूरत है। हमें नई पेंशन स्कीम के खिलाफ संघर्ष को और प्रचंड करते हुए केंद्र सरकार को पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने के लिए मजबूर करना होगा। जिसके हम बेहद करीब हैं, हमें अपने संघर्ष को प्रत्येक कर्मचारी तक ले जाना होगा वह उन्हें संघर्ष के लिए जल्द लामबंद करना होगा और हम यह प्रण लेते हैं कि जब तक पुरानी पेंशन स्कीम बहाल नहीं हो जाती तब तक ये संघर्ष जारी रहेगा।

लड़ेंगे-जीतेंगे, पुरानी पेंशन बहाल करवाएंगे – राजेंद्र पाल

फ्रंट अगेंस्ट एनपीए से रेलवे के राष्ट्रीय सचिव व आईआरएफ के अतिरिक्त सचिव का. राजेन्द्र पाल ने कहा कि देशभर के लाखों कर्मचारियों के संघर्ष का नतीजा है कि आज अलग अलग राज्य की सरकारें पुरानी पेंशन को बहाल करने के लिए मजबूर हुई है यह सब नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम व फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे के संयुक्त आंदोलनों का नतीजा है। पाल ने कहा कि फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे का गठन अगस्त 2017 को गाजियाबाद में इस मकसद से हुआ कि रेलवे में कार्यरत लगभग सात लाख कर्मचारी, जो नई पेंशन स्कीम के दायरे में आते हैं। उन्हें एकजुट कर सरकार को मजबूर किया जाए कि वह नई पेंशन स्कीम को रद्द कर कर्मचारियों के हित में पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करे। पाल ने कहा कि यह तथ्यों सहित स्पष्ट है कि नई पेंशन स्कीम में कर्मचारी उनके बच्चों व उनके परिवारों का भविष्य बर्बाद होना तय है, क्योंकि नई पेंशन स्कीम निश्चित लाभ की जगह निश्चित कटौती पर आधारित है इसमें कर्मचारियों के मूल वेतन का एक बड़ा हिस्सा काटकर कारपोरेट की झोली में डाला जा रहा है, जिसकी वापसी की कोई गारंटी कर्मचारी को नहीं दी जाती। दूसरी तरफ पुरानी पेंशन स्कीम में कर्मचारी को उसके आखरी मूल वेतन का 50 प्रतिशत हिस्सा+DA पेंशन के रूप में दिया जाता है जिससे वे अपना आगे का जीवन निर्वाह करता है। इसलिए जब तक देश भर में पुरानी पेंशन स्कीम बहाल नहीं हो जाती हम लड़ेंगे और अवश्य जीतेंगे।
फ्रंट अगेंस्ट एनपीएस इन रेलवे के अतिरिक्त सचिव भरत राज ने कहा की देश में पुरानी पेंशन के लिए संघर्षरत विभिन्न संगठनों द्वारा संयुक्त संघर्ष के लिए नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम ( NMOPS ) का गठन किया जिसमे आल टीचर्स इम्प्लॉइज एसोसिएशन (अटेवा) के अध्यक्ष मा.विजय कुमार बंधु राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गये। जिनके कुशल नेतृत्व में देशभर वह रेलवे में का. अमरीक सिंह के नेतृत्व में में लगातार आंदोलन चल रहा है, जिसकी बदौलत संसद से लेकर सड़क तक हर जगह पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने की बात हो रही है। उन्होंने कहा की अभी केवल यह दो राज्यों से शुरूआत मात्र है अभी सभी के संयुक्त प्रयास से पूरे देश में नई पेंशन स्कीम रद्द कर पुरानी पैंशन स्कीम बहाल करवानी है। अब सभी साथियों को दोगुनी ताकत लगाने को तैयार रहे। रेल के युवा आन्दोलन को तैयार रहें।

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