
खरीदी जाए 2 हजार नई बसें
रोडवेज कर्मचारियों ने गेट मीटिंग कर रखी मांगे
अन्य समस्याओं के भी समाधान की मांग
जयपुर.
राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फैडरेशन एवम सेवानिवृति कर्मचारी महासंघ संबद्ध भारतीय मजदूर संघ के संयुक्त तत्वावधान में आंदोलन का आगाज किया गया। भारतीय मजदूर संघ की 6 मई 2022 की विशाल रैली के बाद राज्य सरकार के निर्देश के बावजूद निगम प्रबंधन द्वारा हठधर्मिता करते हुए ना तो परिवहन फैडरेशन को वार्ता हेतु बुलाया गया है और ना ही रोडवेज एवम रोडवेज कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। वेतन, पेंशन एवम सेवानिवृति परिलाभों का भुगतान भी नियत तिथियों पर नहीं किया जा रहा है।
राजस्थान परिवहन निगम कर्मचारी फेडरेशन एवम सेवानिवृत कर्मचारी महासंघ संबद्ध भारतीय मजदूर संघ द्वारा रोडवेज एवं रोडवेज कर्मचारियों के हित में लिए गए आंदोलन की श्रंखला में सर्वप्रथम जयपुर संभाग के कार्यकर्ताओं का मुख्यालय पर प्रदर्शन 29-30 अगस्त को 11 बजे से 2 बजे तक रखा गया है। इस संबंध में एक गेट मीटिंग डीलक्स आगार में दिनांक 27 अगस्त को 12 बजे तथा सीबीएस आगार सिंधी कैंप पर 2 बजे संपन्न हुई तथा दिनांक 28 अगस्त 22 को दोपहर 1 बजे जयपुर आगारए वैशाली आगार एवं रोडवेज मुख्यालय के कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग वैशाली नगर आगार के गेट पर संपन्न हुई।
फैडरेशन की ओर से बृजेन्द्र सिंह परिवहन एवं सडक़ सुरक्षा राज्य मंत्री, वित्त सचिव वित्त विभाग को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि राजस्थान परिवहन निगम संयुक्त कर्मचारी फेडरेशन में मान्यता प्राप्त संगठन होने के साथ ही विश्व के सबसे बड़े मजदूर जगदन, भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्धता प्राप्त है। हमारा ध्येय त्याग, तपस्या, बलिदान की भावना के साथ कार्य करते हुए सर्वप्रथम राष्ट्रहित, तत्पश्चात् उद्योगहित उसके बाद श्रमिक हित हेतु प्रबंधन के साथ पारस्परिक विचार.विमर्श एवं सकारात्मक सोच के साथ संघर्षरत रहकर उद्योग के सफल संचालन हेतु वातावरण का निर्माण करना है।
कोविद 19 वैश्विक महामारी जैसी राष्ट्रीय आपदा में राज्य सरकार के निर्देशानुसार कर्मठता एवं कर्तव्य परायणता से कार्य करते हुए जनोपयोगी प्रयासों में सहभागिता की है तथा तत्परता से कार्य करते हुए कोरोना योद्धा की भूमिका निभाई है। संगठन द्वारा कोरोना काल में राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि रखते हुए अपने माग पत्र को लम्बित रखते हुए सेवा कार्य किया है। राजस्थान रोडवेज के हजारों कर्मचारी अपनी निम्न मांगों के दिनांक 6 मई 2022 को प्रदेश स्तर पर रैली धरना प्रदर्शन कर निगमकर्मियों की 14 सूत्रीय मांग पत्र के आधार पर अपनी मांगे रख चुके है। वर्ष अप्रैल 2022 से सातवां वेतनमान दिया गया है। जो सही नहीं है। राज्य सरकार के अनुरूप ही वर्ष 2016 से सातव्या वेतनमान लागू कर रोडवेज को राज्य सरकार का विभाग घोषित कर परिवहन विभाग में समायोजन किया जाए।
रोडवेज में वाहनों का बेड़ा काफी पुराना हो चुका है। अत: 2000 नई बसों की शीघ्र खरीद की जाए। निगम में रिक्त 10 हजार पदों पर शीघ्र भर्ती की जाए। रोडवेज कर्मियों को भी ओल्ड पेंशन योजना का लाभ दिया जाना सुनिश्चत किया जाए। तकनीकी कर्मचारियों की प्रथम एवं द्वितीय में पदों पर हुई विसंगति को दूर किया जाकर पूर्व में की गई पदोन्नतियों में कर्मचारियों की पुन रिव्यू डीपीसी की जाए। स्थाई आदेशों से शासित महिला कर्मचारियों को भी राज्य सरकार के केयर लीव मातृत्व अवकाश का लाभ दिया जाए।
सेवानिवृत कर्मचारियों को कोर्ट के निर्देशानुसार सेवानिवृत परिलाभ एवं बकाया
का भुगतान प्रतिशत ब्याज दर सहित किया जाये। सेवानिवृत कर्मचारियों को भी हेल्थ स्कीम से लाभान्वित किया जाए। निगम में स्थाई आदेशों से शासित कर्मचारियों को भी मंत्रालयिक कर्मचारियों की भांति उपार्जित अवकाश की संचित सीमा 300 की जाए। निगम में कार्यरत चालकों के भी अन्य राज्यों की भांति प्रमोशन चैनल का सृजन किया जावे। निगम में चालक एवं परिचालक पर की जा रही अनुचित श्रम व्यवहार की कार्यवाही पर रोक लगाई जाए।