मुनि भाविक व निस्पृह की जन्मस्थली पर आचार्यश्री वर्धमान सागर ने किया मंगल प्रवेश

Spread the love


मदनगंज किशनगढ़।
मार्बल नगरी किशनगढ़ में आयोजित होने वाले श्रीमद् जिनेंद्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए श्री महावीर जी से किशनगढ़ के लिए वात्सल्य वारिधि आचार्य वर्धमान सागर महाराज ससंघ के विहार के दौरान गुरुवार को आवडा से मंगल विहार कर मुनि भाविक सागर व मुनि निस्पृह सागर महाराज को जन्म स्थली ग्राम नगर में अल्प प्रवास के लिए मंगल प्रवेश किया। ग्राम नगर के प्रवेश द्वार पर ग्रामीणों के साथ पापड़ीवाल परिवार ने आचार्यश्री ससंघ की अगवानी की। आचार्य श्री ससंघ को जुलूस रूप में नगर में मंगल प्रवेश करवाया। जुलूस में घोड़ों पर जैन पताका लिए चल रहे थे। बैंड की मधुर स्वर लहरियों के साथ ग्रामीण महिलाएं मंगल कलश के साथ तथा पुरुष जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। रास्ते में जगह जगह लोगो ने आचार्यश्री का पाद प्रक्षालन व आरती कर अभिनंदन किया। करीब एक किलोमीटर से भी अधिक जुलूस में हजारों महिला पुरुष भक्ति नृत्य व जयकारों से माहोल को भक्तिमय बना दिया। जुलूस राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पहुंचकर धर्म सभा में परवर्तित हो गया। धर्मसभा का शुभारंभ आर के मार्बल के विनीत पाटनी, टोंक सांसद सुखवीर सिंह जोनापुरिया, मालपुरा विधायक कन्हैया लाल, मालपुरा प्रधान सकराम चोपड़ा, नगर सरपंच किस्मत कंवर राजू सिंह एवं संजय पापड़ीवाल ने दीप प्रज्वलन कर किया। धर्मसभा में आचार्यश्री के पाद प्रक्षालन सुरेश कुमार, रमेश कुमार, निर्मल कुमार, संजय कुमार, पुनीत कुमार, गोरांग, धैर्य, लिखिल पापड़ीवाल परिवार ने किया। कार्यक्रम में धार्मिक पुस्तक छहढाला का विमोचन किया गया। धर्मसभा में आचार्य वर्धमान सागर महाराज ने मंगल आशीर्वाद दिया। मुनि हितेंद्र सागर महाराज ने मुनि भाविक सागर महाराज व मुनि निस्पृह सागर महाराज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए ग्रामीणों को शराब का सेवन नहीं करने का संकल्प दिलाया। इस दौरान पचेवर, आवडा, नगर, किशनगढ़, मालपुरा, भामोलाव, परली, उरसेवा, लांबा हरिसिंह सहित आस पास अनेक गांवों के लोग मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.