
पैंतीस लाख रुपए में हुआ था सौदा
जयपुर। देशभर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए 12 सितंबर को आयोजित नीट परीक्षा का पेपर जयपुर में लीक हो गया। जयपुर में सोमवार को पुलिस ने इसका खुलासा करते हुए एक परीक्षार्थी समेत 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पेपर लीक करने का यह सौदा पैंतीस लाख रूपए में किया गया था। परीक्षा के दौरान मोबाइल के जरिए पेपर बाहर आया था। उसके बाद वह जयपुर के चित्रकूट स्थित एक अपार्टमेंट में पहुंचा। वहां से सीकर भेजा गया और फिर सॉल्व होकर वापस परीक्षार्थी तक पहुंच गया। परीक्षार्थी धनेश्वरी यादव के चाचा सुनील यादव को पड़ोस के ही एक ई-मित्र संचालक अनिल यादव ने नकल कराने में सहयोग के लिए अलवर बानसूर में राइफल डिफेंस एकेडमी चलाने वाले नवरतन स्वामी और परीक्षा केन्द्र के इन्वीजलेटेर रामसिंह के साथ 35 लाख रुपए में सौदा किया था।
डीसीपी ऋचा तोमर ने बताया कि एक कांस्टेबल को सूचना मिली थी कि जयपुर के राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी के परीक्षा केन्द्र के परीक्षक पेपर को परीक्षा केन्द्र के बाहर भेजकर सॉल्व कराकर परीक्षार्थियों को नकल करवाएंगे। इसके बाद पुलिस सतर्क हो गई थी।
मोबाइल फोन से भेज दिया पेपर
परीक्षा शुरू होने पर परीक्षक रामसिंह ने कॉलेज के प्रशासक मुकेश सामोत के मोबाइल से परीक्षार्थी धनेश्वरी के पेपर का मोबाइल से फोटो खींचकर जयपुर के चित्रकूट स्थित स्वास्तिक अपार्टमेंट में बैठे अपने साथी पंकज यादव और संदीप कुमार को भेज दिया। इन दोनों ने पेपर सॉल्व करने के लिए सीकर में बैठे अपने दो साथियों सुनील और दिनेश बेनीवाल को पेपर भेज दिया। उन्होंने पेपर सॉल्व कर आंसर की वापस व्हाट्सअप कर दी। इसके बाद आंसर की के जरिये परीक्षार्थी धनेश्वरी ने पेपर सॉल्व कर दिया।
परीक्षार्थी की ओएमआर शीट जब्त, दस लाख रुपए बरामद
पुलिस ने सूचना मिलने के बाद परीक्षार्थी धनेश्वरी के पेपर और ओएमआर शीट को जब्त कर लिया है। आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ ही उनसे 10 लाख रुपए भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने बताया कि धनेश्वरी का पेपर एम-2 सीरिज का था। पेपर परीक्षा केन्द्र से बाहर आया और सीकर में सॉल्व हुआ। इसकी आरोपियों के मोबाइल से पुष्टि हो चुकी है। सीकर में जिन लोगों को पेपर भेजा गया था और उन्होंने जिनसे पेपर सॉल्व कराया है अभी उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने एक टीम को सीकर रवाना किया है। पुलिस को शक है कि इसके जरिये सिर्फ एक परीक्षार्थी ने ही नकल नहीं की है। बल्कि इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।