SMS अस्पताल में लगाई 7 ई मित्र प्लस मशीन, ओपीडी रजिस्ट्रेशन से जांच रिपोर्ट तक मिलेगी बैंक पास बुक की तरह

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जयपुर। सवाई मानसिंह अस्पताल, जयपुर में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अब कतार में नहीं लगकर खुद रजिस्ट्रेशन से लेकर जांच रिपोर्ट तक खुद ले सकेंगे।  आईटी का उपयोग करते हुए एसएमएस अस्पताल प्रशासन ने क्राउड कंट्रोल करने की दिशा में एक ओर नया कदम उठाया गया हैं।  अस्पताल के धनवंतरी ओपीडी ब्लॉक में 7 ई मित्र प्लस मशीन लगाई गई है। जो आज से ट्रायल के तौर पर शुरू की जाएगी। इन मशीनों से अस्पताल में मरीज की रजिस्ट्रेशन टोकन पर्ची,भर्ती स्लिप जैसी ऑनलाइन सेवाएं मरीजों और अस्पताल के स्टाफ को मिल सकेगी।वहीं मरीज के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर्स की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी।
बैंक पास बुक की तरह मशीन से मिलेगी जांच रिपोर्ट 
 डीओआईटी द्वारा बैंकों और सार्वजनिक स्थानों पर एटीएम मशीन की तरह लगाई गई ई मित्र प्लस मशीन से बैंक में पासबुक प्रिंट, अकाउंट खोलने, ट्रांजेक्शन, सहित ई मित्र की सभी सुविधा होती है। उसी तरह एसएमएस अस्पताल में लगी मशीन में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध होने के साथ साथ एसएमएस अस्पताल की सुविधाएं भी मिलेगी।  मशीन पर अपना जनआधार नंबर डालते ही मरीज के परिवार की पूरी डिटेल मशीन पर होगी। जिसके बाद वह अगर ओपीडी के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना चाहता है तो उसके लिए टोकन ले सकेगा। वहीं सैंपल देने के बाद अगर कोई जांच रिपोर्ट चाहिए तो वह भी मशीन तुरंत प्रिंट कर मरीज को दे देगी।

इससे अस्पताल में मरीजों को जगह जगह चक्कर नहीं काटने होंगे और अलग अलग काउंटर पर जाने की जगह एक ही जगह से सभी काम हो जाएंगे। एसएमएस अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ.अनिल दुबे ने बताया कि  नई मशीन शुरू होने से मरीजों को एक ही स्थान पर कई सुविधाएं मिलेगी और क्राउड कंट्रोल में भी मदद मिलेगी।


जनआधार की अनिवार्यता भी होगी दूर


सरकार की ओर से मरीजों को निःशुल्क सुविधा देने के लिए जनआधार  कार्ड अनिवार्य किया गया है।  अगर किसी मरीज के पास जनाधार कार्ड,आधार कार्ड नहीं है, तो मरीज उसका प्रिंट ले सकेगा। वहीं अन्य तरह के दस्तावेज जो एसएसओ आइडी से जुड़े हुए है उनका भी प्रिंट ले सकेगा। इस मशीन के शुरू होने से मरीज व उसके अटेंडेंट को रजिस्ट्रेशन से लेकर कई तरह की

मित्र प्लस कियोस्क मशीन दिखने में एटीएम जैसी है। इसमें 32 इंच एलईडी के साथ मॉनिटर डिवाइस, वेब कैमरा, कैश असेप्टर, कार्ड रीडर, मैटलिक की-बोर्ड, रसीद के लिए वार्मल प्रिंटर, लेजर प्रिंटर आदि मौजूद हैं। मशीन की देखरेख, इन्टरनेट, बिजली, सुरक्षा आदि की जिम्मेदारी सम्बंधित अस्पताल की रहेगी, जबकि सेवा प्रदाता डीओआईटी की होगी। 

एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ.अचल शर्मा ने बताया कि मरीजों की सुविधाएं हमारी पहली प्राथमिकता है। ओपीडी में बढ़ती मरीजों की संख्या में यह कारगर साबित होगी।

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