जयपुर। राजस्थान में कई राजघरानों के करोड़ों रुपए के प्राचीन हथियार चोरी हो गए हैं। सोने-चांदी व अन्य कीमती मेटल से बने ये हथियार करीब 50 साल पहले पुलिस मालखाने में जमा कराए गए थे। देश आजाद होने के बाद आर्म्स एक्ट के तहत ये हथियार जमा कराए गए थे। ये हथियार भीलवाड़ा के पुलिस मालखाने से गायब हुए हैं, जिनमें चांदी की 200 साल पुरानी पिस्टल, टोपीदार व सोने-हाथी दांत से नक्काशी वाली बंदूकें और राइफल शामिल हैं। चोरी करने वाले बदमाश इतने शातिर थे कि कई हथियारों की जगह वैसे ही नकली हथियार रख गए, जिससे जल्दी से ये पता ही नहीं चले कि कोई हथियार गायब भी हुआ है। जानकारी के अनुसार करीब 317 ऐसे हथियार पुलिस मालखाने से गायब हो गए हैं। इनमें दो चांदी की वो पिस्टल भी शामिल हैं, जो कर्नल जेम्स टॉड ने बनेड़ा राजघराने को भेंट की थी।
अनुमान के मुताबक राजशाही परिवारों के 317 हथियार पुलिस मालखाने से गायब हैं। इसमें राजस्थान के इतिहास के पिता कहलाने वाले कर्नल जेम्स टॉड की ओर से बनेड़ा राजपरिवार को गिफ्ट में दी गई चांदी की दो पिस्टल भी चोरी कर ली गई। पुलिस मालखाने से भीलवाड़ा के अलग-अलग राजघरानों के 174 हथियार गायब हैं। अकेले बनेड़ा राज परिवार की दो चांदी की पिस्टल और 12 टोपीदार बंदूक नदारद हैं, जिनकी कीमत एक करोड़ रुपए बताई जा रही है।
एंटीक हथियारों की कीमत है करोड़ो रुपए में
जानकारों का कहना है कि पुलिस मालखाने से गायब हुए हथियार एंटीक होने के कारण काफी कीमती थे। एंटीक होने के कारण चांदी की एक पिस्टल की कीमत 30 से 35 लाख रुपए हो सकती है। वहीं टोपीदार बंदूक 8 से 10 लाख रुपए की बताई जा रही है। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन हथियारों की कीमत और भी अधिक हो सकती है।
जांच में मिली हथियार शाखा में गड़बड़ी
भीलवाड़ा एसपी आदर्श सिद्धू के अनुसार मालखाने में जब्त किए गए करीब 317 हथियार गायब मिले हैं। कई हथियारों के पाट्र्स गायब थे और कई असली हथियारों की जगह वैसे ही नकली हथियारों को रख दिया गया। पुलिस ने हथियार शाखा के प्रभारी शंकरलाल के खिलाफ प्रताप नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
काफी संख्या में एंटीक हथियार गायब
पुलिस मालखाने से 12 बोर की 4 बंदूकें, सिंगल और डबल बैरल की 135 बंदूक, राइफल बैरल 8, 12 बोर के 3 तमंचा, 8 पिस्टल, सिंगल और डबल बैरल की 141 बंदूक, 12 बोर बैरल 4, राइफल 7, 12 बोर के 8 तमंचा गायब मिले हैं। चोरी हुई 12 बंदूक भी एंटीक थी इन पर सोने और चांदी से कारीगरी की गई थी। ये बंदूकें इंग्लैंड से बनेड़ा राज परिवार ने खरीदी थी।