12 विदेशी महिलाओं ने लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, पखावज वादक गुन्देचा बंधुओं के खिलाफ उच्च न्यायालय पहुंचीं

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जबलपुर/भोपाल, 27 जून। 12 विदेशी महिलाओं ने मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर में हस्तक्षेप अर्जी दायर कर भोपाल स्थित ध्रुपद संस्थान के गुन्देचा बंधुओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर कार्रवाई की मांग की है।
जिन लोगों ने हस्तक्षेप आवेदन (आईए) शनिवार को दायर किया है, वे ध्रुपद संस्थान की पूर्व छात्रा हैं और अब अमेरिका, स्वीडन, कनाडा, पोलैंड, स्पेन, ऑस्ट्रिया और जर्मनी में रह रहीं हैं।

तीनों भाइयों पर यौन उत्पीड़न का आरोप

महिला वकील ध्रुव वर्मा ने बताया कि इन पीड़ितों ने यह भी आरोप लगाया है कि पखावज वादक प्रसिद्ध गुन्देचा बंधुओं दिवंगत रमाकांत गुन्देचा, उमाकांत गुन्देचा और अखिलेश गुन्देचा ने उनका यौन उत्पीड़न किया था।
उन्होंने कहा कि आईए एक आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) की जांच रिपोर्ट के समर्थन में दायर किया गया है, जिसने 2020 में एक महिला (विदेश से) द्वारा लगाए गए यूनेस्को से मान्यता प्राप्त संस्थान ध्रुपद संस्थान के गुन्देचा बंधुओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच की थी। वर्मा ने कहा कि ध्रुपद संस्थान, भोपाल ने पांच सितंबर, 2020 को ध्रुपद फैमिली यूरोप नामक एक समूह द्वारा सोशल मीडिया पर गुन्देचा बंधुओं के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए आंतरिक शिकायत समिति का गठन किया था।

उमाकांत का टिप्पणी करने से इनकार

इस बारे में उमाकांत गुन्देचा (63) ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले की सुनवाई माननीय अदालत द्वारा की जा रही है। हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने इस मामले में सभी पक्षों को मीडिया में जाने से रोक दिया है। उन्होंने बताया कि उनके भाई रमाकांत की 18 नवंबर, 2019 को निधन हो चुका है। उमाकांत ने माना कि उन पर भी यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं।

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