
जयपुर, 13 जनवरी। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान ने पात्र अभ्यर्थियों को पात्रता प्रमाण-पत्र जारी नहीं किए हैं। इस वजह से भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थी शामिल नहीं हो सकेंगे।
राजस्थान में सरकारी स्कूलों में लेवल-1 और लेवल-2 के रिक्त पदों को भरने के लिए शिक्षा विभाग ने 32 हजार पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक के साथ ही विशेष शिक्षा के पदों पर आवेदन मांगे गए हैं, लेकिन अब तक राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) की पात्रता प्राप्त करने वाले 11 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को पात्रता प्रमाण-पत्र नहीं मिल पाए हैं। इस वजह से अभ्यर्थी भी असमंजस की स्थिति में हैं।
दरअसल, राजस्थान में 26 सितंबर को रीट का आयोजन किया गया था। इसके बाद आनन-फानन में बोर्ड ने 36 दिनों में रीट का रिजल्ट भी जारी कर दिया, जिसमें 11 लाख 4 हजार 216 अभ्यर्थी पात्र घोषित हुए थे। इसके बाद शिक्षा विभाग ने 32 हजार पदों पर भर्ती का ऐलान किया, जिसके लिए 10 जनवरी से आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो रही है। बोर्ड ने पात्र अभ्यर्थियों को पात्रता प्रमाण-पत्र जारी नहीं किए हैं। इस वजह से भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थी शामिल नहीं हो सकेंगे।
प्रमाण-पत्रों की प्रिंटिंग चल रही- जारौली
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष प्रो.डीपी जारौली ने कहा है कि प्रमाण-पत्रों की प्रिंटिंग चल रही है। इस बार अभ्यर्थियों कि संख्या ज्यादा थी। ऐसे में इतनी अधिक संख्या में प्रमाण-पत्रों की प्रिंटिंग में समय लगता है। फिर भी एक सप्ताह में पात्रता प्रमाण-पत्र का वितरण शुरू कर दिया जाएगा।
एक से अधिक पद की योग्यता पर अलग-अलग आवेदन
बता दें की 32 हजार पदों पर भर्ती के लिए 10 जनवरी से 9 फरवरी तक आवेदन भरे जाएंगे, इसलिए अभ्यर्थियों को रीट के प्रमाण-पत्रों की जरूरत पड़ेगी। भर्ती प्रक्रिया के दौरान एक से अधिक पद की योग्यता या पात्रता होने पर अभ्यर्थी को अलग-अलग आवेदन करना होगा। वहीं ऑफलाइन आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। ऑनलाइन आवेदन के दौरान गैर अनुसूचित क्षेत्र के विज्ञप्ति पदों के लिए अनुसूचित क्षेत्र सहित पूरे राजस्थान और राजस्थान के बाहर के अभ्यर्थी भी आवेदन कर सकेंगे, जबकि अनुसूचित क्षेत्र के विज्ञप्ति पदों के लिए सिर्फ राजस्थान के अनुसूचित क्षेत्र के मूल अभ्यर्थी ही आवेदन कर पाएंगे।
जल्दी रिजल्ट जारी होने से भी अभ्यर्थी हुए थे परेशान
गाैरतलब है कि रिजल्ट जल्दी जारी होने से बीएड सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहे करीब एक लाख अभ्यर्थियों के सामने शिक्षक भर्ती से बाहर होने का खतरा पैदा हो गया था। भर्ती के लिए सरकार ने शर्त रखी थी कि उनके पास रीट के परिणाम की तारीख तक बीएड की डिग्री होनी चाहिए। हालांकि समय रहते सरकार ने यह मामला संभाल लिया था और उनको शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि तक बीएड की डिग्री प्राप्त करने की छूट प्रदान कर दी थी।
पदों की संख्या: 31 हजार सामान्य शिक्षा + 1000 विशेष शिक्षा
गैर अनुसूचित क्षेत्र अध्यापक लेवल-1 सामान्य शिक्षा – 11500
गैर अनुसूचित क्षेत्र अध्यापक लेवल-1 विशेष शिक्षा – 440
अनुसूचित क्षेत्र अध्यापक लेवल-1 सामान्य शिक्षा – 3500
अनुसूचित क्षेत्र अध्यापक लेवल-1 विशेष शिक्षा – 60
गैर अनुसूचित क्षेत्र अध्यापक लेवल-2 सामान्य शिक्षा – 13420
गैर अनुसूचित क्षेत्र अध्यापक लेवल-2 विशेष शिक्षा – 455
अनुसूचित क्षेत्र अध्यापक लेवल-2 सामान्य शिक्षा – 2580
अनुसूचित क्षेत्र अध्यापक लेवल-2 विशेष शिक्षा – 55
दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 31 हजार पदों पर भर्ती किए जाने की घोषणा की थी, लेकिन प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से कुल 32 हजार पदों पर भर्ती की जाएगी। इसमें विशेष शिक्षा के एक हजार पद भी शामिल हैं।
यह रहेगा आवेदन शुल्क
सामान्य वर्ग, क्रीमीलेयर वर्ग के अन्य पिछड़ा वर्ग/ अति पिछड़ा वर्ग व राज्य के बाहर के सभी अभ्यर्थी- 100 रुपए
राजस्थान के नॉन क्रीमीलेयर श्रेणी के पिछड़ा वर्ग/ अति पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर अभ्यर्थी- 70 रुपए
समस्त विशेष योग्यजन और राजस्थान के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति सहरिया वर्ग- 60 रुपए
रीट पात्रता के नियम
रीट भर्ती परीक्षा के अंकों का प्रतिशत रहेगा भर्ती के लिए आवेदन का आधार
सामान्य / अनारक्षित – 60 अंक (टीएसपी और नॉन टीएसपी)
अनुसूचित जनजाति (ST) – 55 (नॉन टीएसपी), 36 (टीएसपी)
अनुसूचित जाति (SC), ओबीसी, एमबीसी और आर्थिक कमजोर वर्ग – 55 अंक (नॉन टीएसपी और टीएसपी)
समस्त श्रेणी की विधवा और परित्यक्ता महिलाएं व भूतपूर्व सैनिक – 50 अंक (टीएसपी और नॉन टीएसपी)
दिव्यांग – 40 अंक (टीएसपी और नॉन टीएसपी)
सहरिया जनजाति – 36 अंक (टीएसपी और नॉन टीएसपी)