
मंडी व्यापारियों ने जताया कृषि कानूनों का विरोध
मदनगंज-किशनगढ़। केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों की ओर से आयोजित भारत बंद के समर्थन में राजस्थान में भी बहुत से जगह मंडी के व्यापारियों ने भी कारोबार बंद रखा। इससे करीब 1000 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है।
राजस्थान में भी तीन कृषि कानूनों के विरोध में बहुत से स्थानों पर मंडी व्यापारियों ने कहीं पूरे दिन तो कहीं आधे दिन का कारोबार बंद रखा और विरोध जताया। बीकानेर में बीकानेर कच्ची आड़त व्यापार संघ की ओर से आधे दिन का कारोबार बंद रखा गया। मंडी के महामंत्री नंदकिशोर राठी ने बताया कि तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसानों की ओर से भारत बंद के आहवान पर आधे दिन का व्यापार बंद रखकर इस आंदोलन का पूर्ण समर्थन किया। इससे लगभग 3 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। सुबह 10 बजे कच्ची आड़त के व्यापारियों ने अनाज मंडी का श्रीगंगानगर रोड का गेट बंद कर प्रदर्शन किया। राठी ने कहा कि इन तीनों कृषि कानूनों में मूल भावना ही गलत है इसलिए इनको वापस लिया जाए। इन कृषि कानूनों में देश की मंडियों को समानता का अधिकार नहीं दिया गया है तथा किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलने की गारंटी और न्यायालय में जाने का अधिकार नहीं दिया गया है। देश की आम जनता को महंगाई की मार झेलने के लिए जमाखोरों को कालाबाजारी की खुली छूट दे दी गई है।
इस प्रदर्शन में संघ के महामंत्री नंदकिशोर राठी, उपाध्यक्ष जयदयाल डूडी, मंत्री सीताराम जाखड़, वरिष्ठ व्यापारी परताराम सियाग, नागराज, अर्जुन सियाग, गिरधारी चाहर, अक्षय मुण्ड, ओमप्रकाश स्वामी, पुर्णाराम मुंड, नंदू सिंवर, जेठादास साध आदि ने भाग लिया।
राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता ने कहा कि राजस्थान की लगभग 100 मंडियों