दिल बीमार होगा न दिमाग कमजोर, खाने में शामिल कर लीजिए ये चीजें

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हमारे ऋषि-मुनियों ने पहला सुख निरोगी काया को ही बताया है। ऐसे में अगर आप भी चाहते हैं कि आप जीवन पर्यंत निरोगी और तदुरूस्त रहे तो एंटीऑक्सीडेंट से परिपूर्ण आहार लें। इससे न केवल आप लंबे समय तक जवान रहेंगे बल्कि आपकी आंखों की रोशनी कम होगी न त्वचा में झुर्रियां नजर आएंगी। इसके लिए अपने खान-पान में ऐसे फल-सब्जियों को शामिल करें, जिनमें भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं।
इसके लिए आप जब भी कुछ खाएं तो उसमें फल व सब्जियों को जरूर शामिल करें। ग्रीन टी बेहद उपयोगी है। इसे आप रोज ले सकते हैं। मसालों का प्रयोग करें, जिसमें हल्दी, लहसुन, दालचीनी, लौंग व अजवायन की पत्ती का प्रयोग अधिक करें। सूखे मेवे, ब्राजील नट व सूरजमुखी के बीजों का सेवन करें, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि इसमें आप चीनी और नमक न मिलाएं। चीनी और नमक शरीर के लिए नुकसान दायक होते हैं।
रोजाना विटामिन ए – 1076 मिलीग्राम, विटामिन सी – 107 मिलीग्राम, विटामिन ई – 9 मिलीग्राम लिया जा सकता है। वैसे इन एंटीऑक्सीडेंट को लेने की कोई अधिकतम मात्रा निर्धारित नहीं की गई है। इसका सबसे बढिय़ा तरीका है कि आप 5 तरह के फल व सब्जियों को अपने भोजन में शामिल करें। इसके अलावा आप 6 से 11 तरह के अनाज का रोजाना सेवन करें।

एंटीऑक्सीडेंट के फायदे

एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से होने वाले रोगों को दूर करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के प्रभावों को कम करने के साथ ही कई तरह की समस्याएं जैसे – सूजन, डायबिटीज, हार्ट की समस्या व दृष्टि दोष को दूर करने का काम करते हैं। इसके अलावा यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का भी काम करते हैं। इससे आप लंबे समय तक सक्रिय रहेंगे और आपके शरीर पर बढ़ती उम्र का प्रभाव नजर नहीं आएगा।

पचपन की उम्र में भी नजर आएंगे युवा

कई अध्ययन इस बात को साबित कर चुकें हैं कि एंटीऑक्सीडेंट उम्र के बढऩे की प्रक्रिया को रोक देते हैं। इटली में हुए एक अध्ययन से इस बात का पता चला कि एंटीऑक्सीडेंट न सिर्फ उम्र को बढ़ाने वाले कारकों को कम करते हैं, बल्कि वह अधिक आयु में होने वाले रोगों के खतरे को भी कम कर देते हैं। विटामिन सी, ई व कैरोटीनॉयड इसमें बेहद ही कारगर होते हैं। इसके साथ ही साथ एंटीऑक्सीडेंट लीवर को स्वस्थ रखता है। बालों को झडऩे से रोकता है। तनाव के कारण कई बार बाल झडऩे लगते हैं, जिनको एंटीऑक्सीडेंट के द्वारा ठीक किया जा सकता है।

शरीर में सूजन को कम करते हैं

नियमित आहार में एंटीऑक्सीडेंट की कमी से सूजन व कई रोग हो सकते हैं। प्रकृति से मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स को निवारक दवाओं के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। शरीर की सूजन खत्म करने व अन्य कई बीमारियों में एंटी ऑक्सीडेंट का उपयोग रामबाण की तरह कार्य करता है।

दिल रहेगा जवां-जवां

एंटीऑक्सीडेंट हृदय रोगों से दूर रखता है, लेकिन इसके लिए विशेष तरह की प्रक्रिया को बनाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स को लेना होता है। इस विशेष तरह की प्रक्रिया के तहत एंटीऑक्सीडेंट हृदय रोग के लिए घातक फ्री रेडिकल्स को सामान्य अवस्था में ले आता है। इस तरह के एंटीऑक्सीडेंट को भोजन से प्राप्त कर सकते हैं।
कई अध्ययन इस बात को बताते हैं कि बीटा कैरोटीन व विटामिन सी हृदय रोगों के लिए प्रभावी तरह से काम करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट हृदय रोगों के लिए जिम्मेदार कोलेस्ट्रोल के स्तर को भी सकारात्मक तरीके से ठीक करता है।

नजर नहीं होगी कमजोर

अमेरिकन ऑप्टोमैट्रिक एसोसिशन के द्वारा जारी एक रिपोर्ट में इस बात का पता चला कि एंटीऑक्सीडेंट उम्र के साथ आंखों पर पडऩे वाले दुष्प्रभावों के खतरे को 25 प्रतिशत तक कम कर देते हैं। एस्टैक्सैंटीन एंटीऑक्सीडेंट आंखों के स्वास्थ के लिए बेहतर होता है। यह विटामिन सी के मुकाबले 65 प्रतिशत अधिक प्रभावशाली होता है। इसके अलावा ल्यूटीन व जियाक्सथीन भी आंखों के लिए अच्छे माने जाते हैं। यह मोतियाबिंद की समस्या से भी आपको दूर रखते हैं।

डायबिटीज को नियंत्रित रखने में कारगर

अध्ययन बताते हैं कि फ्री रेडिकल्स के कारण डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। वहीं ग्लूकोज के अधिक सेवन से भी कोशिकाएं खराब हो जाती है, जिसकी वजह से डायबिटीज हो जाती है। अध्ययन के अनुसार एंटीऑक्सीडेंट इस स्थिति को काबू में रखते हैं। एंटीऑक्सीडेंट लेने से डायबिटीज के बाद होने वाली अन्य समस्याओं के खतरे भी कम हो जाते हैं। इसके अलावा पॉलीफेनॉल्स आपके खून से रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है।

कैंसर से बचाव में कारगर

कैंसर के दौरान शरीर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की स्थिति में काफी कमी आ जाती है। इसमें उच्च एंटीऑक्सिडेंट खाद्य पदार्थों को लेने से इसके लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। अन्य अध्ययन में कहा गया है कि एंटीऑक्सिडेंट कैंसर के दौरान फ्री रेडिकल्स प्रक्रिया से होने वाली क्षति को रोक सकते हैं।

उम्र के साथ कमजोर नहीं होगी याददाश्त

आयु के साथ आपकी याददाश्त में भी असर पड़ता है। ऐसे में फ्री रेडिकल्स से मस्तिष्क की तंत्रिका तंत्र को होने वाले नुकसान से बचाने में मुश्किल होती है। यदि इन फ्री रेडिकल्स पर ध्यान न दिया जाए तो यह आपके कई रोगों का कारण बन सकते हैं। इस अवस्था में आपको अल्जाइमर, मनोभ्रंस व अवसाद हो सकता है।
इसमें विटामिन सी और ई कोशिकाओं को क्षति पहुंचाने से रोकते हैं। वृद्धावस्था में आपके मस्तिष्क की सीखने और स्मृति की हानि को कम करने के लिए कुएरसेटीं नामक एंटीऑक्सीडेंट यौगिक का इस्तेमाल किया जाता है। मस्तिष्क की नसों में वाले रोगों के जोखिम को दूर करने के लिए भी एंटीऑक्सीडेंट फायदेमंद साबित होते हैं।
अध्ययन के अनुसार पता चला है कि मस्तिष्क की कोशिकाओं की मृत्यु में परिणामस्वरूप होने वाली बीमारियां जैसे – स्ट्रोक, अल्जाइमर रोग, पार्किंसंस सिंड्रोम और हनटिंग्टन की बीमारी को रोकने के लिए विटामिन सी अहम भूमिका निभाता है। एंटीऑक्सिडेंट आपके विचारों के विकारों का इलाज भी करते हैं।

पास नहीं आएंगी बीमारियां

स्पेन में हुए एक अध्ययन के बताया गया कि विटामिन सी और ई, सेलेनियम, बीटा-कैरोटीन और जस्ता जैसे एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्वों से रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है। इससे बैक्टीरिया, परजीवी या वायरस की वजह से होने वाले संक्रमण से आप सुरक्षित रहते हैं। अल्फा-लिपोइक एसिड एक अन्य तरह का महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में विटामिन सी और ई से अधिक प्रभावशाली सिद्ध होता है।

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