मदनगंज-किशनगढ़। प्राचीन काल से ही हमारे देश में मनोकामना पूर्ति और समस्याओं के समाधान के लिए यज्ञ किए जाते रहे हैं। उसी ऋषि परम्परा का निर्वहन करते हुए कोरॉना वायरस के शमन के लिए एक विशेष यज्ञ का ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें आर्य समाज पतंजलि और बालाजी बगीची योग समिति से लगभग 100 परिवारों ने एक साथ यज्ञ किया।
मुख्य यज्ञ करित्री सरोज मालू ने बताया कि अब राम और कृष्ण केवल मंदिरों में न रहे बल्कि हमारे दिल और दिमाग में भी रहे। यह देह ही देवालय-शिवालय बन जाए, उनकी संस्कृति को ही हम पल पल जिए तो वह हमारे लिए एक सुरक्षा कवच बना देगी। परिस्थिति हमारे हाथ में नहीं लेकिन स्व स्थिति और स्व कर्म हमारे हाथ में है, उसे समझिए और करिए। आचार्य हेमंत ने बताया कि यज्ञ में एक छटांग शुद्ध घी की आहुति पूरे घर की नकारात्मक ऊर्जा और विषैली गैसों के प्रभाव को खत्म कर देती है।
डिंपल अग्रवाल और मंजू कुमावत, सरोज शर्मा, कैलाश कुमावत द्वारा भी यज्ञ की महता पर प्रकाश डाला गया एवं ऑनलाइन यज्ञ आयोजन को प्रत्येक रविवार आयोजित करने का निश्चय किया ताकि घर घर मे यज्ञ की आहुति लगे।
कोराना के खात्मे के लिए किशनगढ़ में 100 परिवारों ने किया यज्ञ
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