झूलेलाल मंदिर हाऊसिंग बोर्ड में सिंधी समाज का आयोजन

मदनगंज-किशनगढ़.
पूज्य सिन्धी सेन्ट्रल पंचायत के तत्वधान में भगवान झूलेलाल मन्दिर हाऊसिंग बोर्ड में सुबह 10 बजे से 1 बजे तक जिनके कागजात में कमियां थी उन्हें बुलाकर उनकी समस्याएं सुनी और 2 से 4 दिन में उन पर कार्यवाही करके समस्याएं दूर की जाएगी साथ ही सिन्धी कालोनी में 2 दिन पूर्व भी शिविर लगवाया गया था।
आज शिविर में राशन कार्ड पर जरुरत के आधार जिन्हे गेंहू नहीं मिल रहा। पेंशन जो मजदूरी करते है उन्हे मजदूर कार्ड, पालनहार योजना का लाभ नहीं मिलना, एजूकेशन लोन, आधार कार्ड, जनाधार कार्ड गलत बने होना, जो ठेले लगाकर फल या अन्य वस्तु बेचते हे उन्हे वेंडर कार्ड की जानकारी और अन्य समस्याओ के बारे मे सूचना एकत्रित की।
सिन्धी समाज के 100 परिवारों के लोगों ने फार्म भरा जिसमे से आज हाऊसिंग बोर्ड के पास के इलाके से 50 फार्म भरकर लोगों ने अपनी समस्याएं साझा की। 45 फार्म सिन्धी कॉलोनी से भी भरे एवं 13 फार्म पुराने शहर के भरे। वहां भी जल्द शिविर लगाया जायगा। पूज्य सिन्धी सेन्ट्रल पंचायत सचिव उपसभापति मनोहर तारानी एवं पिशु भाई मुलानी के निर्देशन में शिविर लगाया गया जिसमे गिरधारी अमरवानी, अमित गिदवानी, राजकुमार तनवानी, सुरेश विशनानी, करण मेघानी, जितेन्द्र कोरानी, अशोक शोभानी, मोहन चावला ने सहयोग कियाए। बहुत जानकारी मोबिल ऐप्प के जरिये दी साथ ही बहुत सी त्रुटियां ई मित्र के जरिए जल्द सही करवाई जाएगी।
सभी का समाज हित मे कार्य करने के लिए समाज अध्यक्ष मोहन दास हासानी एवं संघ संरक्षक विष्णू मेघानी द्वारा धन्यवाद किया। समाज के लोगों से अपील की सभी अपने आधार कार्ड, राशन कार्ड, जन आधार कार्ड कम्प्लीट करे और चिरंजीव योजना जिन्हे पात्रता है वो जरूर लेवे।
डॉ. विनोद दीक्षित की पुस्तक का विमोचन
अखिल भारतीय निंबार्काचार्य पीठ द्वारा संचालित स्थानीय राधा सर्वेश्वर मंदिर के 43 पाटोत्सव के अवसर पर अनंत विभूषित निंबार्काचार्य पीठाधीश्वर श्याम शरण देवाचार्य श्री जी महाराज ने आज डॉ. विनोद दीक्षित द्वारा लिखित चिंतन के क्षण पुस्तक का विमोचन किया।
इस अवसर पर आशीर्वचन देते हुए श्री श्रीजी महाराज ने कहा कि डॉ. विनोद दीक्षित एक प्रबुद्ध साहित्यकार है। इनकी इस पुस्तक में अध्यात्म से जुड़े विषयों पर सरल एवं बोधगम्य भाषा में विवेचन किया गया है जिससे सामान्य व्यक्ति जीवन के मर्म को सहजता एवं सरलता से समझ सके। यह पुस्तक के सामान्य जन के लिए बहुत ही लाभदायक होगी। इस पुस्तक में आध्यात्मिक चिंतन के अतिरिक्त भक्ति एवं षोडश संस्कार आदि विषयों पर डॉ. दीक्षित ने अपनी लेखनी चलाई है। उल्लेखनीय है कि यह डॉ. विनोद दीक्षित की 16वीं प्रकाशित पुस्तक है।