शिक्षकों का करवाया जाए वैक्सीनेशन

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राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र
कोरोना से संबंधित कई कार्यों में लगे हुए है शिक्षक
जयपुर।
राज्य के शिक्षा विभाग को छोडकऱ सभी विभागों के कार्मिकों को वैक्सीन के टीके लगे 3 माह बीत जाने के बाद भी शिक्षकों को वैक्सीन लगाने के लिए राज्य स्तर एवं शिक्षा विभाग द्वारा किसी प्रकार की पहल नही करना अत्यंत खेदजनक होकर शिक्षकों के साथ अत्याचार करने के समक्ष है।
राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के प्रदेश महामंत्री अरविंद व्यास ने बताया कि शिक्षा विभाग एवं प्रशासन द्वारा शिक्षकों के लिए नित नए नए आदेश जारी कर मेडिकल किट वितरण, पेट्रोल पंप, निगरानी समिति, खाद्यान्न वितरण, सर्वे, वैक्सीन सर्वे, विवाह समारोह की रिपोर्ट व निगरानी इत्यादि अनेक कार्यों में लगा दिया जाता है। इसमे से कई कार्य शिक्षकों की मर्यादा व गरिमा के विरुद्ध है।
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष सम्पतसिंह ने बताया कि शिक्षकों से बीएलओ का कार्य लिया जा रहा है। जहाँ भीड़भाड़ एवं संक्रमण की सम्भावनाएं अत्यधिक रहती है। किंतु जब शिक्षकों को वैक्सीन लगाने की बारी हो, शिक्षको को कोरोना वारियर्स की उपाधि देनी हो अथवा शिक्षकों के कोरोना ड्यूटी में बीमा देनी की बात हो तो शिक्षकों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। जिससे शिक्षकों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। जबकि शिक्षकों के अतिरिक्त इन कार्यों में ड्यूटी के लिए अन्य विभाग के कर्मचारी भी उपलब्ध है।

सेवा कार्यों में रहा आगे

संगठन के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवीन शर्मा ने बताया कि सामाजिक सरोकार व सेवा कार्य में राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय सदैव अग्रणी रहा है। संगठन के शिक्षकों ने हमेशा राजकीय आदेशो की पालना कर अपने दायित्व का निर्वहन किया है। कोरोनाकाल की प्रथम लहर के समय संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा सम्पूर्ण प्रदेश में सेवा के विभिन्न कार्य कर सहयोग प्रदान किया है।
संगठन के अतिरिक्त महामंत्री महेंद्र लखारा ने बताया कि संगठन की 40 जिला इकाइयों से प्राप्त सेवा कार्यों के विवरण में 1584 स्थानों पर 5551 कार्यकर्ताओं ने सहभाग किया। जिसमे सहयोग राशि अलग अलग फंड में यथा पीएम केयर्स फंड में 253316, सीएम रिलीफ फंड में 528264, स्थानीय प्रशासन को 645276, सेवा भारती को 68600, अन्य माध्यम से 408803 कुल सहयोग राशि 1908108 इसके अतिरिक्त कुल राशन किट 5659, भोजन पैकेट 17644, कुल मास्क वितरण 57229 तथा 52570 बंधुबहिनों को काढ़ा वितरण, पक्षियों हेतु परिंडे 10995 पक्षियों के लिए दाना 53 क्विंटल, 3203 किग्रा गोशाला में चारा, सफाई कर्मियों को भेंट 50 साड़ी व 500 गमछे, पौधारोपण 37285 एवं रक्तदान 185 यूनिट किया गया।

जिला स्तर पर सक्रिय है टीमें

प्रदेश मंत्री रवि आचार्य ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर प्रारम्भ होते ही संगठन ने राज्य के 1112 शिक्षकों की सूची मय दूरभाष नम्बर जारी कर शिक्षकों व आमजन के लिए भोजन सामाग्री, दवाई एवं प्लाज्मा डोनर के लिए आवश्यक सहयोग की अभिनव पहल की है। संगठन की ओर से प्रत्येक जिला केंद्र पर 5 एवं प्रत्येक उपशाखा केंद्र पर 3 शिक्षकों की टोली बनाई है। राजस्थान में कुल 39 जिला केंद्र व 195 शिक्षक तथा 313 उपशाखा केंद्र पर 917 शिक्षकों की टोली बनाई गई है। इस प्रकार जिला व उपशाखा केंद्र मिलाकर 352 केंद्र पर 1112 शिक्षकों की टोलियां बनाई गई है, जो मदद के लिए तैयार है। किन्तु जब शिक्षकों के साथ शोषण होता है तो राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) अपनी आवाज बुलंद करता है।

मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

संगठन की प्रदेश महिला मंत्री अरुणा शर्मा ने बताया कि संगठन ने मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री व प्रमुख शासन सचिव स्कूली शिक्षा राजस्थान सरकार एवं निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर को ज्ञापन भेजकर अन्य विभाग के कर्मचारियों की तरह समभाव रखते हुए शिक्षकों को जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने, ड्यूटी से पूर्व शिक्षकों की सुरक्षा व्यवस्था के माकूल प्रबंध करने, शिक्षको की मर्यादा के अनुरूप कार्य में ही ड्यूटी लगाने एवं शिक्षको के अतिरिक्त अन्य विभाग के कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई जाने के आदेश पारित करवाकर राहत प्रदान करने की मांग की है।

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