पुरानी फिल्म के एक गाने की दीवानगी बिहार के चंपारण जिले
के चनपटिया के दरोगा को भारी पड़ गई।
हुआ यूं कि दरोगा अक्सर फोन पर लोगों से अभद्र व्याहर करते थे। कोई भी व्यक्ति कोई फ़रियाद करता तो उससे सही बर्ताव नहीं करते। इसकी शिकायत लोगों ने स्थानीय विधायक से की। इस पर विधायक जी ने दरोगा को फोन कर जनता की शिकायत दूर करने का प्रयास किया। इसी क्रम में विधायक ने दरोगा को फोन कर हाल चाल पूछा तो दरोगा ने सत्तर के दशक की फिल्म अनोखी अदा का चर्चित गीत ‘हाल क्या है दिलों का ना पूछो सनम’ को मोबाइल पर विधायक को सुना दिया। चंपारण रेंज के डीआईजी ललन मोहन प्रसाद के आदेश पर एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने मामले की जांच करवाई तो जांच में चनपटिया थाना के दरोगा निरंजन कुमार की कार्यप्रणाली सही नहीं पाई गई। इस पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
ग्रामीण ने कि थी विधायक से फ़रियाद
चनपटिया के विधायक उमाकांत सिंह को एक ग्रामीण ने फोन कर बताया था कि थाना के सरकारी मोबाइल पर उन्होंने सूचना देने के लिए फोन किया तो दरोगा ने उनका नाम और टाइटल पूछा। फोन करने वाले को दरोगा ने कहा कि ठाकुर और जमींदारी की प्रथा अब खत्म हो गई है। तुम कैसे ठाकुर हो। ग्रामीण ने इसकी शिकायत विधायक से की।
विधायक ने मामले की जानकारी लेने के लिए चनपटिया थाना के सरकारी मोबाइल पर फोन किया, फोन में उनका नंबर भी लिखा हुआ है। दरोगा निरंजन कुमार ने फोन उठाया तो विधायक ने पूछा कि क्या हाल है। तब जवाब में दरोगा ने शायराना अंदाज में फिल्मी गाना ‘हाल क्या है दिलों का ना पूछो सनम’ को गाया। विधायक ने इसकी शिकायत डीआईजी को की। इसके बाद दरोगा को निलंबित कर दिया गया।