अजमेर। अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने प्रदेश में लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन एवं अतिरिक्त सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से उन्हें अवगत कराया कि वर्तमान में राजस्थान के कुछ अस्पतालों में केवल 15 मीट्रिक टन प्रति दिन ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है, जो कि बहुत ही कम है। इनमें मित्तल हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेन्टर अजमेर, दुर्लभ जी अस्पताल जयपुर, महात्मा गाँधी अस्पतालए जयपुर, नारायणा अस्पताल जयपुर, भगवान महावीर अस्पताल जयपुर में आक्सीजन का उपयोग 30 मीट्रिक टन प्रति दिन का है। उन्होंने शीघ्र इन अस्पतालों में 30 मीट्रिक टन प्रति दिन आपूर्ति का आग्रह किया है।
इसके अतिरिक्त राज्य के सभी संभाग एवं जिला मुख्यालयों पर संचालित जिला स्तरीय चिकित्सालय, मेडिकल कॉलेजों एवं प्रमुख निजी बड़े चिकित्सा संस्थानों में भी प्रतिदिन कोरोना संक्रमण मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते ऑक्सीजन आपूर्ति में अक्समात बढ़ोतरी हो गई है। इन संस्थानों में भी मांग के अनुरूप आपूर्ति नहीं होने से अब आमजन में रोष व्याप्त हो रहा है। इनमें भी शीघ्र ऑक्सीजन की आपूर्ति में सुधार करवाया जाए।

संसाधनों की हो पर्याप्त उपलब्धता
अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने अजमेर संसदीय क्षेत्र के सभी प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के साथ संभाग मुख्यालय पर स्थित प्रमुख जवाहरलाल नेहरु चिकित्सालय में कोविड-19 उपचार के लिए पर्याप्त एवं आवश्यक समुचित संसाधनों एवं जीवन रक्षक दवाओं आदि की सहज उपलब्धता पर एक ठोस योजना की अविलंब क्रियान्विति के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मुख्य सचिव निरंजन आर्य को पत्र लिखकर मांग की। पत्र के माध्यम से सांसद चौधरी ने उन्हें अवगत कराया कि गत 15 दिनों से समूचे प्रदेश के साथ-साथ मेरे अजमेर संसदीय क्षेत्र में भी कोरोना की इस दूसरी लहर ने शहरी क्षेत्रों के साथ साथ वर्तमान में बहुत से ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी दस्तक देनी प्रारंभ कर दी है। अजमेर संभाग मुख्यालय पर स्थित सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में जिस प्रकार से मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है, जिसके चलते अस्पताल प्रशासन को चिकित्सा संसाधनों की कमी यथा प्रमुखतया ऑक्सीजन की उपलब्धता नहीं होना, सिलेंडर रिफिलिंग के लिए अतिरिक्त सिलेंडरों की अनुपलब्धता, आईसीयू ऑक्सीजन, वेंटिलेटर वाले बैडो की अपर्याप्तता, रेमेडीसिविर इंजेक्शन की कमी, पल्स ओक्सीमिटर, नेबुलाइजर आदि का अभाव हो रहा है। दूसरी ओर किशनगढ़ के साथ-साथ केकड़ी, नसीराबाद, पुष्कर, मसूदा, विजयनगर, दूदू फागी आदि स्थानों पर भी स्थित कार्यरत सरकारी एवं प्रमुख निजी चिकित्सा संस्थानों में भी कमोबेश यही स्थिति होने से कोरोना मरीजों को समग्र एवं यथा समय समुचित सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। कोरोना संक्रमित मरीजों की प्रतिदिन अकाल मृत्यु हो रही है। नए मरीजों को अस्पताल में भर्ती नहीं किए जाने से जिले के कोरोना संक्रमित रेफर गंभीर रोगियों को अपने एंबुलेंस में ही ऑक्सीजन लगाकर उनके परिजन इधर-उधर निजी चिकित्सालय के चक्कर काट रहे हैं और संक्रमित मरीजों एवं परिजनों को कही भी समुचित इलाज नहीं मिलने से अब अजमेर जिले में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
उपखंड मुख्यालयों पर भी हो व्यवस्था
सांसद ने अविलंब अजमेर संभाग मुख्यालय के साथ अजमेर जिले के समस्त उपखंडों एवं दूदू, फागी उपखंड मुख्यालय पर भी स्थित समस्त सरकारी चिकित्सा संस्थानों में प्रतिदिन भर्ती मरीजों के आंकड़ों के आधार पर आवश्यक जीवन रक्षक उपकरणों, दवाओं आदि संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक विभागीय कार्रवाई कराकर जिला प्रशासन एवं चिकित्सा प्रशासन को सहयोग के लिए निर्देशित कराएं।