
शिक्षक संघ ने निर्वाचन आयोग को सौंपा पत्र
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के दौरान 577 शिक्षकों व कर्मचारियों की कोरोना से मौत का मामला सामने आया है। यह दावा उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने किया है। शिक्षक संघ ने राज्य निर्वाचन आयोग को मृतकों की एक लिस्ट सौंपी हैं, जिनमें उनके नाम और पते दिए गए हैं। शिक्षक संघ ने साथ ही चुनाव आयोग से मांग की है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए पंचायत चुनाव की दो मई को होने वाली मतगणना को स्थगित किया जाए। मतगणना के लिए चार हजार कार्मिकों की ड्यूटी लगाई जानी है। संघ ने शिक्षकों से भी मतगणना से दूरी बनाने के लिए कहा है।
उधर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की इस लिस्ट के बाद उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में सियासत गरमा गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर पीडि़त परिवार को 50 लाख के मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग कर दी है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, यूपी पंचायत चुनावों की ड्यूटी में लगे लगभग 500 शिक्षकों की मृत्यु की खबर दुखद और डरावनी है। चुनाव ड्यूटी करने वालों की सुरक्षा का प्रबंध लचर था तो उनको क्यों भेजा? सभी शिक्षकों के परिवारों को 50 लाख रु मुआवाजा व आश्रितों को नौकरी की मांग का मैं पुरजोर समर्थन करती हूं.।
शिक्षक संघ का दावा है कि कोरोना की वजह से उन जिलों में शिक्षकों की मौत ज्यादा हुई, जहां पंचायत चुनाव हो चुका है। संघ का कहना है कि कोरोना से मरने वाले अधिकतर शिक्षक पंचायत चुनाव ड्यूटी के बाद संक्रमित हुए। संघ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र भेजा है।
हालात भयावह, नहीं हो मतगणना
शिक्षक संघ का कहना है कि जिन परिस्थितियों में मतदान संपन्न हुए हैं, उनमें कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं से काफी संख्या में संख्या कोरोना संक्रमित हुए हैं। इसके बाद काफी संख्या में शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की मृत्यु भी हो गई। राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसी स्थिति में मतगणना को स्थगित किया जाना चाहिए।