सलिला संस्था सलूंबर करेगी प्रदान
जयपुर.
सलिला संस्था सलूंबर राजस्थान की ओर से बाल साहित्य के लिए पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। उदयपुर के पास सलूंबर में स्थित संस्था की ओर से बाल साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने के लिए यह आयोजन किया जाता है।
सलिला संस्था सलूंबर राजस्थान द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली प्रतिष्ठित बाल साहित्य प्रतियोगिता स्वतंत्रता सेनानी औंकारलाल शास्त्री की स्मृति में अखिल भारतीय स्तर पर आमंत्रित की जाती है। इस वर्ष भी बाल साहित्य की प्रतियोगिता को आत्मकथा विधा पर केंद्रित किया गया। जिसके तहत देश भर से कुल 45 प्रविष्टियां प्राप्त हुई। 44 प्रविष्टियों को मूल्यांकन के लिए भेजा गया।
संस्था की संस्थापक अध्यक्ष और वरिष्ठ साहित्यकार विमला भंडारी ने जानकारी दी कि आमंत्रित प्राप्त प्रविष्टियों का मूल्यांकन प्रख्यात साहित्यकार सुमन बाजपेयी पूर्व संपादक चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट दिल्ली, अनिल जायसवाल संपादक पायस एवं पूर्व संपादकीय टीम नंदन दिल्ली प्रकाश तातेड़ सह संपादक बच्चों का देश तीन सदस्यों की चयन समिति ने किया। चयनित नौ बाल आत्मकथा पर भी पुरस्कारों की घोषणा की गई है।
प्रथम पुरस्कार विजेता उषा सोमानी चित्तौडगढ़़, राजस्थान को चॉकलेट की आत्मकथा के लिए दिया जाएगा। साथ ही 3000 रूपए की पुरस्कार राशि एवंं अभिनंदन पत्र प्रदान किया जाएगा। द्वितीय पुरस्कार विजेता भगवती प्रसाद गौतम कोटा मैं हूं मुकंदरा का राजा के लिए 2000 रूपए की पुरस्कार राशि और अभिनंदन पत्र प्रदान किया जाएगा। तृतीय पुरस्कार विजेता सरिता गुप्ता दिल्ली कागज की आत्मकथा के लिए दिया जाएगा। साथ ही 1500 रूपए की पुरस्कार राशि है और अभिनंदन पत्र सौंपा जाएगा।
श्रेष्ठ आत्मकथा विजेताओं में
- मैं भी घर का हिस्सा हूं-डॉ. शील कौशिक सिरसा।
- मेरी कहानी मेरी जुबानी- अलका प्रमोद लखनऊ।
- मुझसे दोस्ती करोगे-डॉ प्रीति प्रवीण खरे भोपाल।
- पुस्तकालय की आत्मकथा-गुडविन मसीह बरेली।
- मैं नर्सरी हूं-रोचिका शर्मा चेन्नई।
- मैं कमल हूं-संतोष कुमार सिंह, मथुरा का चयन किया गया है।
प्रत्येक श्रेष्ठ आत्मकथा पर 500 रूपए की राशि एवं अभिनंदन पत्र आगामी दिनों में आयोजित होने वाले 12 वें राष्ट्रीय बाल साहित्यकार वेबीनार 2021 के कार्यक्रम में प्रदान किया जाएगा।