एडवोकेट रूपेश शर्मा ने मुख्यमंत्री को प्रेषित किया पत्र

मदनगंज-किशनगढ़.
जय परशुराम सेना के संयोजक एवं बार प्रवक्ता पूर्व पार्षद पंडित रूपेश शर्मा एडवोकेट ने मुख्मंत्री अशोक गहलोत, विधायक सचिन पायलेट, अजमेर कलेक्टर को पत्र प्रेषित किया है। इस पत्र में मांग की गई है कि किशनगढ़ में प्रसिद्ध ऐतिहासिक झील है जो कि गुदोलाव झील के नाम से विख्यात है उक्त झील के बीचों बीच बहुत ही सुन्दर पर्यटक स्थल मौखम विलास संत नागरी दास पेनोरमा के नाम से है। गुंदोलाव झील के मध्य स्थित उक्त स्थान पर जाने के लिए पुलिया का उपयोग किया जाता है उक्त पुलिया कई महीनों से क्षतिग्रस्त है और उक्त सौंदर्यकरण स्थल पर आने जाने का कोई भी रास्ता ना होकर एक मात्र पुलिया ही है। कई माह पूर्व भारी बारिश आने के कारण पुलिया पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गई थी और दो नौजवान हादसे का शिकार भी हो गए थे उक्त पुलिया आज दिन तक क्षतिग्रस्त है। अवाना की पाल से मौखम विलास को जोडऩे वाली गुंदोलाव झील पर बनने वाली पुलिया का निर्माण कार्य विभागीय सुस्ती के कारण अधरझूल में लटका हुआ है। उक्त पुलिया निर्माण के लिए कंसलटेंसी करवाने के टेंडर खोलने के बाद भी अभी तक निर्माण कार्य के लिए वर्कऑर्डर जारी नहीं किया है। उक्त पुलिया निर्माण नहीं होने से करोड़ों रुपए की लागत से मौखम विलास में बनाया गया संत नागरी दास पैनोरमा भी खटाई में पड़ता नजर आ रहा है।
आमजन देखने से वंचित
तीन साल पूर्व उक्त सौंदर्यकरण स्थल का लोकार्पण किया गया था परन्तु किशनगढ़ की जनता उक्त सौंदर्यीकरण स्थल का लाभ उठाने से वंचित रही है। राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण की ओर से बनाया गया उक्त स्थान आम जन के लिए खुलने से पूर्व ही जीर्णशीर्ण होता जा रहा है। जिस गति से उक्त पुलिया निर्माण की कार्यवाही चल रही है उस गति से लग रहा है कि गुंदोलाव झील के बीचों बीच बना हुआ सौंदर्यकरण स्थल जीर्ण शीर्ण हो जाएगा और किशनगढ़ की जनता उक्त सौंदर्यकरण पर्यटन स्थल का लाभ उठाने से वंचित हो जाएगी ।
अत: जन हित में उक्त पुलिया का अति शीघ्र निर्माण कार्य किया जाने की कृपा करावे ताकि किशनगढ़ की जनता उक्त सौंदर्यीकरण का लाभ उठा सके।
