पुरानी गाड़ी के बदले खरीद लो नई, कीमत भी होगी कम

Spread the love

देश के बड़े शहरों में पुराने वाहनों से बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए केंद्र सरकार अब नए वाहनों की खरीद को प्रोत्साहित करेगी। इसके लिए नई स्क्रेप पॉलिसी लाने की घोषणा की गई है।

स्क्रेप पॉलिसी से कम हो जाएगी नए वाहन की कीमत

नए वाहनों में प्रदूषण का मानदंड यूरो 6 है। पुराने वाहनों से अधिक प्रदूषण होता है। इसको देखते हुए अब केंद्र सरकार पुराने वाहन के बदले नए वाहन खरीदने की नीति लागू करेगी। इसमें पुराने वाहन को स्क्रेप कराने पर नए वाहन की खरीद पर तय राशि की छूट मिलेगी। इससे सडक़ों पर पुराने अनफिट और प्रदूषण करने वाले वाहनों की संख्या में कमी आएगी।

नया वाहन खरीदने पर मिलेगी छूट

केंद्रीय सडक़,परिवहन और लघु उद्योग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि स्वैच्छिक वाहन आधुनिकीकरण या व्हीकल स्क्रेप पॉलिसी इसीलिए घोषित की गई है ताकि अनफिट और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को सडक़ों से हटाने के लिए व्यवस्था बनाई जाए। इसके लिए बनाए जाने वाले फिटनेस सेंटरों पर एमिशन टेस्ट, सुरक्षा उपकरण और अन्य टेस्ट सेंटर मोटर व्हीकल रूल्स 1989 के अनुसार किए जाएंगे। पुराने वाहन मालिकों को स्क्रेपिंग सर्टिफिकेट दिया जाएगा और स्क्रेप मूल्य 4 से 6 प्रतिशत तक रहेगा। इस सर्टिफिकेट पर नया वाहन विक्रेता 5 प्रतिशत तक की छूट दे सकता है। इसके साथ ही स्वयं के लिए वाहन खरीदने वालों को रोड टैक्स में 25 प्रतिशत की छूट दी जा सकती है। नए कॉमर्शियल वाहनों पर 15 प्रतिशत की छूट दी जा सकती है। इस पॉलिसी के अंतर्गत नया वाहन खरीदने पर रजिस्ट्रेशन फीस में राज्य सरकारों की ओर से भी छूट दी जा सकती है। इसके लिए एडवाइजरी जारी की गई है। अब राज्य सरकार और वाहन निर्माताओं पर रहेगा कि वह कितनी छूट देते हैं।

कम होगी बैटरी चालित वाहनों की कीमत

इस नीति के अंतर्गत निजी वाहन पंजीकरण समय सीमा 20 साल और कमर्शियल वाहन के लिए 15 साल मानी जाएगी। रजिस्ट्रेशन समय सीमा समाप्त होने पर फिटनेस सेंटर ले जाना अनिवार्य होगा। वहां फिटनेस में फेल होने पर उसकी लाइफ खत्म हो जाएगी। रजिस्ट्रेशन नवीनीकरण की जगह स्क्रेपिंग के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा और नवीनीकरण की फीस भी बढ़ाई जाएगी। पुराने वाहनों से निकलने वाले पाट्र्स को दुबारा बनाया जाएगा ताकि नए पाट्र्स की कीमत में कमी आए। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में कहा कि इस नीति के माध्यम से भारत ऑटोमोबाइल निर्माण का बड़ा केंद्र बनेगा। अगले 1 साल में शत प्रतिशत लिथियम आयन बैटरी भी बनाई जाएगी ताकि इलेक्ट्रिक वाहनों को भी पेट्रोल डीजल से चलने वाले वाहनों की कीमत के बराबर लाया जा सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published.