पर्यावरण और विरासत बचाने का संदेश दे रहे उज्वल दाधीच

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साइकिल से करेंगे राजस्थान की यात्रा

जयपुर। चित्तौडगढ़़ जिले के कपासन ब्रह्मपुरी निवासी पर्यावरण प्रेमी उज्वल दाधीच साइकिल से पूरे राजस्थान की यात्रा पर है। वह लोगों को विरासत और पर्यावरण बचाने का संदेश देने के लिए साइकिल यात्रा पर निकले है।
अपनी साइकिल और कंधों पर 13 किलो का आवश्यक सामग्री का बैग लेकर गत 8 अप्रैल को कपासन से विश्व विरासत एवं पर्यावरण को बचाने का संदेश लेकर दाधीच पूरे राजस्थान में 2000 किलोमीटर की यात्रा पर निकल पड़े। जिस उम्र में युवा वर्ग अपनी नौकरी और भविष्य को लेकर अपने लिए कुछ सोच रहा होता है उसी वक्त यह 23 वर्षीय युवा राइडर लोगो की मानसिकता बदलने का प्रयास कर रहा है।

करे कारोना गाइडलाइन का पालन

यात्रा के दौरान दाधीच युवाओं से साइकिल चलाने और कोरोना गाइडलाइन का पालन करने का भी आह्वान कर रहे है। दाधीच बुधवार शाम को गोठ मांगलोद से 151 किलोमीटर का सफर तय कर किशनगढ़ पहुंचे। उज्ज्वल दाधीच का प्रदेश युवा अध्यक्ष सुशील दाधीच तिलोनिया के नेतृत्व में स्वागत किया गया। मीडिया से बातचीत में दाधीच ने बताया कि बढ़ रहे प्रदूषण एवं विश्व विरासत की वर्तमान स्थिति की चिंता महसूस हुई। इसलिए राजस्थान में लोगों को जागरूक करने के लिए 2000 किलोमीटर साइकिल यात्रा का लक्ष्य लेकर घर से चल पड़े। दाधीच प्रतिदिन औसत 110 किलोमीटर साइकिल चला रहे हैं। करीब 13 जिलों में घूम 1490 किलोमीटर का सफर तय कर अजमेर जिले में पहुंचे राइडर उज्वल दाधीच ने कहा कि हमारे किले, महल, प्राचीन बावडिय़ा विश्व विरासत का अनमोल गहना है, उनके संरक्षण की जिम्मेदारी हर आमजन को उठानी चाहिए। दाधीच ने गोठ मांगलोद में स्थित करीब 2000 वर्ष पुराने मां दधिमती मंदिर को संजोए रखने हेतु भी प्रशासन से अपील की है। राजस्थान के किले और यहां की जैव विविधता हमें भारत में एक अलग पहचान दिलाती है ऐसे में इनका संरक्षण बेहद जरूरी है।

युवाओं की मानसिकता बदलने का प्रयास

दाधीच ने बताया कि वर्तमान में आमजन मानसिक तनाव प्रदूषण से परेशान है ऐसे में मैं साइकिलिंग को तंदुरुस्त जीवन का सर्वश्रेष्ठ साधन मानता हूं। उज्वल आमजन को साइकिलिंग के लिए प्रमोट कर रहे हैं एवं सोशल मीडिया और नशे की गलत दिशा पकड़ चुके युवाओं की मानसिकता को बदलने का प्रयास कर रहे है। उलेखनीय है कि इस उम्र में दाधीच पक्षी एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में योगदान पर कई पुरस्कार प्राप्त कर चुके है। इस यात्रा में जगह जगह पर लायंस क्लब, महावीर इंटरनेशनल एवं कई समाजसेवी संस्थाओं ने माल्यार्पण एवं साफा बंधवाकर स्वागत किया एवं आगामी यात्रा की सफल होने की कामना की।

सामाजिक कार्यों में सक्रिय

दाधीच ने अपनी यात्रा 8 अप्रैल को कपासन चित्तौडगढ़़ से शुरू की जो राजसमंद, चारभुजा, देसूरी की नाल, सादड़ी, रणकपुर, जवाई बांध, सुमेरपुर, फालना, पिंडवाड़ा, माउंट आबू, सिरोही, जालौर, नाकोड़ा, बालोतरा, जोधपुर, नागौर गोठ मांगलोद डेगाना होते हुए किशनगढ़ पहुंचे। यहां से शाहपुरा भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़ होते हुए अपनी यात्रा का समापन करेंगे। दाधीच सामाजिक सरोकारों में अग्रणी रहने वाली संस्था यूथ फॉर चेंज के जिला अध्यक्ष भी है। कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष प्रेम सागर कुंभा, ओमप्रकाश तिवारी, कैलाश नुवाल, दीपक व्यास, राजवीर सिंह सहित आदि उपस्थित रहे।

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