राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में 5 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम

जयपुर.
राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के मैनेजमेन्ट विभाग द्वारा अटल अकादमी (ए आई सी टी ई) द्वारा प्रायोजित अकादमिक लीडरशिप इन हायर एजुकेशन विषय पर पाँच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट वर्चुअल कार्यक्रम 17 मई से 21 मई तक आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम मे देश के विभिन्न संस्थानों के शिक्षकों व प्रबंधकों द्वारा लीडर्शिप डेवलपमेंट एंड एक्सीलेंस की जानकारी दी गई । इस कार्यक्रम मे देश के विभिन्न राज्यों से 200 प्रतिभागी शामिल हुए।
कार्यक्रम में प्रख्यात एकडेमिक लीडर एवं एडमिनस्ट्रेटर प्रोफेसर संदीप संचेती ने वर्तमान परिदृश्य में नेतृत्व क्षमता के बारे में शिक्षकों को अवगत करवाया। प्रोफेसर करुनेश सक्सेना ने एकडेमिक लीडर्स की ईमोशनल इंटेलीजेन्स के बारे मे समझाया तथा प्रोफेसर अमित जैन प्रो वी सी ऐमिटी यूनिवर्सिटी ने अकादमिक उत्कृष्टता के लिए रणनीतिक नेतृत्व से अवगत करवाया। प्रोफेसर त्रिलोक कुमार जैन ने भारतीय ज्ञान प्रणाली और आध्यात्मिक नेतृत्व के बारे मे अपने अनुभव साझा किए। प्रख्यात प्रोफेसर निहारिका वोहरा आई आई एम अहमदाबाद ने प्रतिभागियों को स्वयं को समझ कर नेतृत्व प्रभावशीलता को समझने के पहलू बताए।
राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग से डॉ. अवन्तिका सिंह ने रचनात्मकता और उत्कृष्टता के लिए सेल्फ लोटसिंग अप्रोच के बारे मे चर्चा की। वहीं डॉ. पदमलित मे लीडर्शिप एनालिटिक्स के गुर सिखाए। प्रोफेसर गितिका एम एन एन आई टी ने एक प्रभावी नेतृत्व में मानवीय मूल्यों की महत्ता के बारे में बताया। प्रोफेसर अजय कुमार वी सी श्री श्री यूनिवर्सिटी ने संगठनात्मक उत्कृष्टता के लिए स्वास्थ्य और स्वयं की खोज के माध्यम से नेतृत्व उत्कृष्टता के बारे मे प्रतिभागियों को अवगत करवाया।
कार्यक्रम के अंतिम दिन संयोजक डॉ. तुलसी गिरी ने विभिन्न कार्य पत्रिकाओं द्वारा अभ्यास कार्य से प्रतिभागियों को आत्म मूल्यांकन के गुर सिखाए। मनोवैज्ञानिक डॉ. पिंकी ने स्वयं की खोज के माध्यम से नेतृत्व उत्कृष्टता से अवगत करवाया।
कार्यक्रम संयोजक डॉ तुलसी गिरी गोस्वामी ने बताया कि इस वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऐसे फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित करवाने से हम देश के जाने माने प्रख्यात एक्स्पट्र्स से विभिन्न प्रतिभागियों को लाभान्वित करवा सकते हैं।