
नई दिल्ली। भारत में कोरोना का संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा है। दिल्ली में संक्रमण की दर बढक़र 24 प्रतिशत पर पहुंच गई है। देश में रोजाना दो लाख से भी ज्यादा कोरोना संक्रमित सामने आ रहे हैं। अस्पतालों में कहीं बेड नहीं मिल रहे हैं तो कहीं अस्पताल के बाहर मरीजों की मौत हो रही है। मौतों के आंकड़े मेें भी इजाफा हो रहा है। श्मशानों में शवों के अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। कोरोना की चौथी लहर बहुत ही खतरनाक साबित हो रही है। इस बीच एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि इस बार यह लहर ज्यादा खतरनाक है। इसमें हमारी लापरवाही भी जिम्मेदार है। अब कोरोना से बचाव के लिए हमें वहीं करना है, जो हम पहले कर रहे थे यानि कि जो शुरुआत में सावधानी बरती थी। वैसी सावधानी और सुरक्षा के उपाय फिर से करने की जरूरत है।
गुलेरिया का कहना है कि किसी भी बीमारी का कोई भी टीका सौ प्रतिशत कारगर नहीं होता है है। टीका लगने के बाद भी संक्रमण हो सकता है, लेकिन शरीर में एंटीबॉडी कोरोना वायरस को तबाही मचाने नहीं देगा। आप गंभीर बीमार नहीं होंगे। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि कोरोना से बचाव ही इसका इलाज है।
उन्होंने कहा कि अभी हमारे देश में बहुत सारी धार्मिक गतिविधियां चल रही हैं और कई राज्यों में चुनाव भी हो रहे हैं। हमें समझना चाहिए कि जीवन भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस दौरान कुछ ऐसे प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं, जिससे धार्मिक भावनाएं भी आहत न हों और लोगों का जीवन भी बच जाए।
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि कोरोना मामलों में वृद्धि के दो मुख्य कारण हैं। जनवरी-फरवरी में टीकाकरण शुरू हुआ और मामलों में कमी आई तो लोगों ने कोरोना गाइड लाइन की पालना बंद कर दी, जिसके कुछ दिन बाद ही वायरस तेजी से फैला।
दिल्ली में आंकड़ा 24 हजार पार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समीक्षा बैठक के बाद बताया कि दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 24 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। अब यहां का पॉजिटिविटी रेट 24 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है।स्थिति काफी गंभीर और चिंताजनक है। अब दिल्ली के अंदर ऑक्सीजन, रेमडेसिविर की कमी हो रही है। उन्होंने बताया कि उन लैब संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जो क्षमता से अधिक सैंपल ले रहे हैं।