जयपुर। देश में बढ़ रही पेट्रोल-डीजल की कीमतों ने कोरोना महामारी में आर्थिक मंदी से जूझ रहे आमजन की कमर तोड़ दी है। अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन के प्रदेश महासचिव व वरिष्ठ वामपंथी नेता कॉमरेड रमेश शर्मा ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर रोष जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि देश में आमजन कोरोना महामारी के कारण लॉक डाउन के चलते पहले ही बेरोजगारी और आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। ऐसे में पेट्रोल डीजल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। देश के इतिहास में पहली बार पेट्रोल की कीमत सौ रूपए के पार हो गई है तो डीजल की कीमतें भी आसमान छू रही हैं, जबकि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें 69 डॉलर प्रति बैरल के आस-पास हैं। इससे पहले भी कई बार कच्चे तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में 100 डॉलर प्रति बैरल को पार कर चुकी हैं, लेकिन देश में पेट्रोल डीजल की कीमतों में इतनी बढ़ोतरी कभी नहीं हुई। कॉमरेड रमेश शर्मा ने कहा कि लोगों को 40 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल देने का सपना दिखाकर सत्ता में आई केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार अब जनता का जीना मुहाल किए हुए है। बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी पर सरकारों का कोई ध्यान नहीं है। एक तरफ देश की जनता कोरोना जैसी महामारी से जूझ रही है तो दूसरी तरफ केन्द्र सरकार की जन विरोधी नीतियों ने रही सही कसर पूरी कर दी है। जनहित को देखते हुए सरकारों को तुरंत पेट्रोल डीजल पर टैक्स कम कर जनता को राहत प्रदान करनी चाहिए।
