
बढ़ते केसो के कारण आम जनता में बढ़ रही है चिंता
जयपुर। पूरे देश की तरह राजस्थान और जयपुर में भी बढ़ते कोरोना केस के कारण आम जनता की चिंता बढ़ती ही जा रही है। इसके कारण कोरोना का संदेह होने और जांच कराने के लिए भी लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। कई जगह लोगों को कतार में खड़े होकर अपनी जांच करवाने और रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ रहा है। इस कारण परेशानी बनी हुई है। करीब साल भर बाद भी कोरोना जांच का आधारभूत ढांचा विकसित नहीं होने के कारण आम जनता को काफी समस्या उठानी पड़ रही है। चाहे सरकारी हो या निजी लैब सब जगह पर यह दिक्कतें बनी हुई है। मानसरोवर स्थित एक निजी लैब पर कोरोना जांच करवाने के लिए सडक़ तक लाइनें लगी हुई थी। जांच के लिए आए लोगों ने बताया कि खांसी, जुकाम, बुखार होने पर वे कोरोना की जांच करा रहे हैं, जिससे कि कोरोना की पुष्टि हो तो समय पर उपचार लिया जा सके।
नहीं रहती दो गज की दूरी
इस कारण दो गज तो दूर एक गज की दूरी भी नहीं रहती है। व्यवस्था नहीं होने के कारण जो पॉजीटिव नहीं है वह भी चपेट में आ जाते है क्योंकि पॉजीटिव और निगेटिव अनजाने में दोनों ही एक जगह पर खड़े रहते है।
इलाज में होती है देरी
कोरोना की जांच करवाने के लिए लोगों को घर से बाहर निकल कर लैब और जांच केंद्रों तक जाना पड़ता है फिर कई जगह रिपोर्ट के लिए जाना पड़ता है। इससे इलाज में देरी होती है। इस समस्या का भी समाधान ढूंढना जरूरी है। कई जगह तो जांचें अधिक होने के कारण रिपोर्ट भी दो-तीन दिन बाद मिल रही है। इससे इलाज में भी देरी होती है।
और कम की जाए जाँच दर
राजस्थान सरकार ने आरटीपीसीआर की जांच दर काफी कम करते हुए 350 रूपए कर दिया है लेकिन यह भी अधिक है। इस जांच की दर और अन्य जांचों की दरों में कमी लाई जाए और सरकारी स्तर पर जांच केंद्र बढ़ाए जाए तो जनता को काफी राहत मिल जाएगी। साथ ही कोरोना से निपटने में भी मदद मिल जाएगी क्योंकि कोरोना की और अन्य जांचों की दर कम होने से अधिक से अधिक लोग जांच करवाने के लिए प्रोत्साहित होंगे।