कोरोना : जयुपर में 24 घंटे काम करेंगे जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम

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जयपुर। कोरोना मरीजों को राहत के लिए जयपुर में जिला प्रशासन के दो कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्य करेंगे।
जिला कलक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने जिले में वर्तमान में कोविड संक्रमित रोगियों की संख्या में निरन्तर वृद्धि को देखते हुए आरयूएचएस अस्पताल प्रताप नगर जयपुर एवं सवाई मानसिंह अस्पताल के चरक भवन में राउण्ड द क्लॉक कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं। आरयूएचएस अस्पताल में स्थापित कन्ट्रोल रूम के नम्बर 0141-2792251 एवं 0141-2922281 हैं। इसी प्रकार चरक भवन, सवाई मानसिंह अस्पताल में स्थापित कंट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 0141-2569898 एवं 0141-2569899 है।
दोनों कन्ट्रोल रूम पर प्रात: 6 से दोपहर 2 बजे, दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे एवं रात्रि 10 बजे से प्रात: 6 बजे तक तीन पारियों में वरिष्ठ आरएएस अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। आरयूएचएस में स्थापित कन्ट्रोल रूम के समग्र प्रभारी महाप्रबन्धक राजकॉम इंफो सर्विसेज लिमिटेड जयपुर कनिष्क सैनी हैं। इसी प्रकार एसएमएस अस्पलात चरक भवन में स्थापित कन्ट्रोल रूम के प्रभारी उप शासन सचिव ग्रामीण विकास विभाग जयपुर गोपाल सिंह रहेंगे। दोनों कन्ट्रोल रूम पर एक-एक आरक्षित टीम भी लगाई गई है। आदेशानुसार नियुक्त अधिकारी एवं कार्मिक कंट्रोल रूम में प्राप्त होने वाली समस्त शिकायतों जैसे बैड्स की उपलब्धता, ऑक्सीजन की सप्लाई एवं दवाइयों की आपूर्ति इत्यादि को शिकायत पुस्तिका में दर्ज कराकर उनके शीघ्रता से निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। साथ ही सभी सम्बन्धित अधिकारियों एवं विभागों से सम्पर्क एवं समन्वय बनाए रखते हुए प्रभावी तरीके से कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।

जयपुर ग्रेटर और जयपुर हेरिटेज के पार्षदों के लिए लगे वैक्सीनेशन शिविर

जयपुर ग्रेटर के उपमहापौर पुनीत कर्णावट ने राज्य के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि जयपुर ग्रेटर के 150 पार्षद व जयपुर हेरिटेज के 100 पार्षदों व उनके परिवार जनों के लिए कोविड वैक्सीनेशन शिविर शीघ्र आयोजित किया जाए।

उन्होंने पत्र में डॉक्टर शर्मा को कहा कि जयपुर ग्रेटर के और हेरिटेज के समस्त पार्षद कोविड-19 के इस दौर में लगातार नगर निगम की सामान्य गतिविधियों के अलावा भी अपने-अपने वार्डों में क्षेत्र की जनता के लिए हर तरीके से सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास कर रहे हैं। उनके लिए चिकित्सा व्यवस्था करने, भोजन सामग्री का समुचित वितरण करवाने, उसकी उपलब्धता सुनिश्चित करवाने तथा चिकित्सा सम्बन्धी आवश्यकताओं को पूरा कराने आदि के कार्य कर रहे हैं। इसके कारण उनके संक्रमित होने की संभावना कहीं ज्यादा है।
इसलिए पार्षदों और उनके परिवारजनों का प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन किया जाए। उन्होंने चिकित्सा मंत्री से आग्रह किया है कि जिला कलेक्टर को इस सम्बंध में तुरंत निर्देश जारी करें।

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