
सीकर। राजस्थान के सीकर जिले के अरनियां में एक बुजुर्ग की कोरोना का टीका लगने के 45 मिनट बाद ही मौत हो गई। इससे हडक़ंप मच गया। हालांकि अभी बुजुर्ग की मौत के वास्तविक कारणों का पता नहीं चल पाया है। सूत्रों के अनुसार बुजुर्ग ने शुक्रवार अपराह्न 3 बजे के करीब टीका लगवाया था। वहीं परिजनों का कहना है कि बुजुर्ग को किसी भी तरह की कोई बीमारी नहीं थी। इस मामले में चिकित्सकों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा।
मामले के अनुसार सीकर जिले के अरनियां की बाग्वाली ढाणी के रहने वाले रामेश्वर (66) कोरोना का टीक लगवाने कोविड वेक्सीन सेंटर गए थे। बुजुर्ग को अपराह्न करीब तीन बजे टीका लगाया गया। इसके बीस मिनट बाद ही उन्हें शरीर में कंपकंपी सी हुई और थोड़ी देर बाद ही उनके मुंह से झाग आने लग गए। पहले तो परिजनों को लगा कि टीके के कारण कुछ परेशानी हुई होगी, लेकिन झाग आने के बाद परिजन उन्हें आनन-फानन में रींगस के एक अस्पताल में गए। इसके बाद गंभीर हालत में उन्हें जयपुर के लिए रेफर किया गया पर बीच रास्ते में ही रामेश्वर ने दम तोड़ दिया।
मृतक बुजुर्ग के परिजनों ने बताया कि उन्हें किसी तरह की बीमारी नहीं थी। उन्हें कोरोना भी नहीं हुआ था, लेकिन टीकाकरण अभियान के तहत वह घर से खाना खाने के बाद टीका लगवाने गए थे। मृतक के गांव वाले जब शव लेने अस्पताल पहुंचे तो वहां पुलिस वालों से बहस हो गई। क्योंकि ग्रामीण शव को रखकर प्रदर्शन करना चाहते थे। इस बात को लेकर अधिकारियों, पुलिस व ग्रामीणों के बीच काफी देर तक बहस होती रही, लेकिन प्रशासन ने शव नहीं दिया।
इस मामले में एसडीएम लक्ष्मीकांत गुप्ता ने कहा कि मौत की वास्तविक वजह का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही लगेगा। मृतक रामेश्वर प्रसाद के अलावा 518 लोगों को अरनिया में टीके लगे हैं। बाकी अन्य किसी भी व्यक्ति के कोई परेशानी नहीं हुई। सभी लोग स्वस्थ हैं।