
कोरोना वायरस के मामले तो एक बार फिर पूरी दुनिया में बढ़ ही रहे हैं। इसी दौरान एक और डराने वाली खबर आई है कनाडा से। यहां एक रहस्यमय बीमारी से अब तक 40 लोग ग्रसित हो चुके हैं। वहीं इस बीमारी से कनाडा में 5 लोग दम भी तोड़ चुके हैं। इससे भी अधिक चिंतित करने वाली बात यह है इस बीमारी के बारे में वहां के चिकित्सक भी जानकारी के अभाव में ज्यादा कुछ बताने की स्थिति में नहीं हैं। अभी तक तो चिकित्सक यह भी तय नहीं कर पा रहे हैं कि असल में यह बीमारी है क्या। चिकित्सकों का कहना है कि संभवतया यह दिमाग से जुड़ी बीमारी है। उनके अनुसार ऐसी बीमारियों को क्रुट्जफेल्ट जेकब डिजीज (सीजेडी) के नाम से जाना जाता है। वहीं कुछ चिकित्सक इसे मैड काउ डिजीज भी बता रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बीमारी का पहला केस 2015 में आया था। उस दौरान ५ मरीज पाए गए थे। वर्ष २०२० में भी इस बीमारी के 24 मरीज मिले थे, लेकिन इस साल मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।
शुरुआत में कमजोर हो जाती है याददाश्त
इस बीमारी की शुरुआत में व्यक्ति को कुछ याद नहीं रहता है यानि कि उसे भूलने की बीमारी हो जाती है। वह अक्सर कन्फ्यूज रहता है। इसमें पीडि़त के शरीर में दर्द रहने के साथ ऐंठन भी होती है। मांसपेशियां भी ठीक ढंग से काम नहीं करती हैं। साथ ही दांतों संबंधी समस्याएं भी होने लगती हैं।
यह है पशुओं की बीमारी
गाय और गाय से जुड़े पशुओं में मैड काउ डिजीज होती है। इस रोग की पहचान पहली बार 1986 में ब्रिटेन में हुई थी। उस दौरान ब्रिटेन में इस बीमारी से 170 लोगों की मौत हुई थी। यह एक असामान्य प्रोटीन के कारण मवेशियों में फैलने वाला न्यूरोलॉजिकल रोग है, जो दिमाग और रीढ़ की हड्डी को भयंकर नुकसान पहुंचाता है। आदमी को पागलपन के दौरे पडऩे लगते हैं। यह बीमारी मनुष्यों में पशुओं के जरिए ही फैलती है।