आहार में शामिल करिए अदरक-टमाटर और लहसुन , बचे रहेंगे डायबिटीज व कैंसर से

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मानव शरीर के लिए एंटी ऑक्सीडेंट से युक्त आहार किसी चमत्कार से कम नहीं है। इसीलिए प्राचीन काल में ऋषि मुनि ऐसी खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिला करते थे, जो एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होते थे। हमें भी एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार को अपने भोजना में ज़रूर शामिल करना चाहिए। एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार का सेवन करने से त्वचा ग्लो करती है तथा त्वचा की खूबसूरती और भी बढऩे लगती है। साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इससे आपकी काया तो छरहरी बनी ही रहेगी साथ ही शरीर ऊर्जावान भी बना रहता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार में ऐसे तत्व होते हैं, जो शरीर को प्राकृतिक तरीके से डिटॉक्स करने का काम करते हैं। क्योंकि कई बार शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स और मोलेक्युल्स शरीर को हानि पहुँचाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट आहार विटामिन, मिनरल, पोषक तत्व तथा कई तरह के खनिज पदार्थों से भरपूर होता है। यह हमारे शरीर में चर्बी को नहीं जमने देता है। यहां हम आपको बता रहे हैं एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार के बारे ताकि इनका सेवन कर आप हमेशा स्वस्थ और सुन्दर रहें।

दिल की तंदुरूस्ती का राज छुपा है राजमा

राजमा में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है, इसलिए जब भी एंटीऑक्सीडेंट आहार की बात आती है तो राजमा का नाम ज़रूर लिया जाता है। लाल राजमा में किसी और अन्या खाद्य पदार्थ की तुलना में अधिक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। इसके अलावा राजमा में फ्लैवोनॉइड भी पाया जाता है, जो दिल से जुड़ी बीमारी तथा कैंसर जैसी बीमारी होने से रोकता है। यदि आप राजमा का रोजाना सेवन करोगे तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा।

कैंसर से बचाता है टमाटर

हमेशा हम टमाटर को सब्जी का स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग करते हैं क्योंकि यह स्वादिष्ट होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं। टमाटर ना केवल हमारे खाने का स्वाद बढाता है बल्कि इसमें उचित मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। टमाटर का सेवन कैंसर जैसी बीमारी होने की संभावना को कम करता है। टमाटर में मौजूद ल्यूकोपेन एंटीऑक्सीडेंट के कारण हृदय रोग की संभावना 30 प्रतिशत कम हो जाती है। टमाटर में विटामिन ए, विटामिन सी और सबसे ज़्यादा शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट ल्यूकोपेन होता है।

शरीर में खून बढ़ाता है चुकंदर

चुकंदर में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जिससे त्वचा ग्लो करती है और सुन्दर दिखती है। चुकंदर को हम सलाद के साथ या इसका जूस बना कर भी पी सकते हैं। इसका सेवन करने से खून साफ होता है। साथ ही लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में भी यह मदद करता है। चुकंदर से शरीर में खून की मात्रा बढ़ती है। चुकंदर में विटामिन, मिनरल और प्रोटीन होते हैं, जो हमारे शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं।

शुगर और गठिया से बचाता है अदरक

अनेक अध्ययनों में पाया गया है कि अदरक में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर के लिपिड पेरोक्सिडेशन और डीएनए की क्षति को रोकते हैं। अदरक हमें तमाम तरह की बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, शुगर, गठिया, अल्जाइमर और बाकी रोगों से बचाने में मदद करता है।

हाई बीपी में कारगर है लहसुन

लहसुन में विटामिन ए, बी और सी उचित मात्रा में होते हैं। लहसुन का सेवन औषधि के रूप में भी किया जाता है। इसमें कई ऐसे तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने तथा बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। लहसुन में मौजूद सेलेनियम, आयरन, और जिंक हाई बीपी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। जब हम इसका सेवन करते हैं तो लहसुन के गुण कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखने में भी मदद करते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट का खजाना है अनार

अनार एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है। इसमें मौजूद एलेजिक एसिड, पॉली अनसेचुरेटेड फेटी एसिड, ओमेगा 5, कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, फॉलिक एसिड, विटामिन, राइबोफ्लेविन, थायमिन, आयरन हमारे शरीर को रोगों से बचते हैं। अनार हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है और श्वेत रक्त कोशिकाओं को मजबूत करता है। अनार शरीर के टॉक्सिंस को बाहर निकालता हैं। अनार इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। इस का रोजाना सेवन कैंसर जैसी बीमारी को होने से रोकता है।

तनाव दूर करता है कीवी

कीवी में विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है। कीवी का उपयोग हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाता है। कीवी का सेवन हमारे शरीर से थकान को मिनट में दूर कर के हमें चुस्त बनाए रखता है। कीवी में भरपूर मात्रा में विटामिन सी है, जो हमारे शरीर से आयरन सोखने में मदद करता है। कीवी का सेवन तनाव को दूर कर के अच्छी नींद लाने में मदद करता है। एंटीऑक्सीडेंट युक्त कुछ अन्य आहार डॉर्क चॉकलेट, करौंदे, काले सैतूत, धनिया आदि हैं।

एंटीऑक्सीडेंट की कमी से उड़ जाएंगे बाल

एंटीऑक्सीडेंट की कमी से कई तरह के रोग हो सकते हैं। इनकी कमी से थकान, कमजोर याददाश्त, त्वचा और बालों में समस्याएं, घाव भरने में परेशानी हो सकती है। वृद्धावस्था के समय शरीर अपनी क्षमता से कम एंटीऑक्सिडेंट का निर्माण करता है।

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