अब पहले से तेज दौड़ेगी ट्रेन, घटेगा सफर का समय

Spread the love

5 से 6 घंटे का हो जाएगा राजस्थान में सफर

जयपुर। राजस्थान में रेलवे की ओर से लाइन दोहरीकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसमे डबल रेलवे ट्रेक का काम हो रहा है। इसके साथ ही रेलवे ट्रेक का विद्युतीकरण भी किया जा रहा है। आगामी सालों में यह काम पूरा होने पर ट्रेनों की गति बढ़ जाएगी और रेलयात्री राजस्थान के एक कोने से दूसरे कोने तक 5 से 6 घंटे में ही पहुंच सकेंगे।

पश्चिम मध्य रेलवे देश का पूर्ण विद्युतीकृत जोन

रेलवे की ओर से हाल ही में रेवाड़ी से पालनपुर तक का दोहरीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है। अब इस साल के बजट में दोहरीकरण के लिए 225 करोड़, नवीनीकरण के लिए 500 करोड़ और विद्युतीकरण के लिए 1062 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके साथ नई रेलवे लाइन के लिए भी 316 करोड़ रुपए और ओवरब्रिज एवं अंडरब्रिज के लिए 334 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। इसके साथ ही संचार और सुरक्षा व्यवस्था का आधुनिकीकरण भी किया जाएगा। राजस्थान के कोटा-चित्तौडगढ़़ रेलखंड का विद्युतीकरण पूर्ण होने के साथ ही पश्चिम मध्य रेलवे देश का पूर्ण विद्युतीकृत जोन बन गया है।
पिछले कुछ सालों की तरह अगले कुछ वर्ष तक रेल बजट में अच्छी राशि का प्रावधान किया जाए तो वर्ष 2025-26 से राजस्थान में रेलवे का नजारा पूरी तरह से बदल जाएगा। इससे राजस्थान में रेलवे के माध्यम से यात्रा करना आसान हो जाएगा और कुछ घंटों की यात्रा रह जाएगी। साथ ही पूरे रेलवे टै्रक का विद्युतीकरण होने से प्रदूषण में भी कमी आएगी।

नए विद्युत इंजन भी लगेंगे

रेलवे की ओर से नए विद्युत इंजन भी लाए जाएंगे। हाल ही में कुछ दिनों पहले कोटा-नागदा रेलखंड पर डुअल मोड लोकोमोटिव का 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति पर हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल किया गया। इसके साथ ही अब जो नई रेलवे लाइनें बिछाई जा रही है उन रेलवे लाइनों की क्षमता 160 किलोमीटर प्रति घंटे की है। कई रेलवे टै्रक को अपग्रेड कर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की क्षमता का किया जाएगा। अपग्रेड होने के बाद इन टै्रक पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से टे्रन दौड़ सकेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version