हाशिमारा एयर बेस पर होगी तैनाती
भारतीय वायुसेना में शामिल होने वाले राफेल लड़ाकू विमान अब पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयर बेस पर भी तैनात होंगे। राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना का सबसे घातक विमान है। वर्तमान में पश्चिम बंगाल चुनाव के कारण चर्चा में है लेकिन अब यहां राफेल लड़ाकू विमानों की तैनाती होने से देश की सुरक्षा में मजबूती आएगी। इस एयर बेस पर राफेल लड़ाकू विमानों को तैनात करने का सबसे बड़ा कारण यह है कि यहां से राफेल कुछ ही मिनटों में चीन सीमा तक पहुंच सकता है। वर्ष 2015 में 59 हजार करोड़ रुपए की लागत से 36 राफेल विमानों को फ्रांस से खरीदे जाने का सौदा किया गया था। अभी तक 11 राफेल लड़ाकू विमान अंबाला एयर बेस पर तैनात हो चुके हैं। पहले पांच विमान 29 जुलाई 2020 को भारत पहुंचे थे। इसके बाद 10 सितंबर को इन्हें औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया। फिर तीन विमान 3 नवंबर को और तीन विमान 27 जनवरी 2021 को भारत पहुंचे। यह विमान घातक लड़ाकू हथियारों से संपन्न है इनमें मिटियोर और स्कल्प हैमर और मीका जैसी खतरनाक मिसाइलें शामिल है। राफेल दो इंजन वाला फाइटर जेट है। यह परमाणु हथियारों को लेकर हमला करने में भी सक्षम है। राफेल में इजरायली हैलमेट माउंटेड डिस्प्ले, रडार वार्निंग रिसीवर्स, लो बैंड जैमर्स, 10 घंटे के फ्लाइट डेटा की रिकॉर्डिंग, इन्फ्रा रेड सर्च व ट्रैकिंग सिस्टम्स आदि शामिल हैं। राफेल विमान की भार वहन क्षमता 9500 किलोग्राम है और यह अधिकतम 24,500 किलोग्राम तक के वजन के भार के साथ 60 घंटे की अतिरिक्त उड़ान भरने में सक्षम है। राफेल 15.27 मीटर लंबा और 5.3 मीटर ऊंचा है. इसकी फ्यूल कैपेसिटी तकरीबन 17 हजार किलोग्राम है। राफेल एक मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक की उड़ान भर सकता है. राफेल 2,223 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से उड़ सकता है। राफेल का राडार 100 किमी के भीतर एक बार में 40 टारगेट का पता लगा लगा सकता है। गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना में अभी तक फ्रांस के मिराज विमान ही सबसे अधिक घातक माने जाते हैं। कारगिल में वर्ष 1999 में ऊंची पहाड़ियों पर हमले करने और पाकिस्तान में 26 फरवरी 2019 को आतंकी ठिकानों पर हमले ने इन मिराज विमानों का ही उपयोग किया गया था। अब इन राफेल लड़ाकू विमानों के लगातार शामिल होने से भारतीय वायु सेना को नई मजबूती मिलेगी। भारतीय वायुसेना में शामिल होने वाले राफेल लड़ाकू विमान दुनिया के सबसे आधुनिक विमानों में से एक हैं।