अब टीका निर्माण में आएगी तेजी

Spread the love

आवश्यक औषधि पदार्थ का उत्पादन करेगी सरकारी कंपनी


जयपुर.
देश में मौजूद सरकारी कंपनियों और संस्थाओं में आवश्यक सुधार और प्रोत्साहित कर उनका उपयोग किया जाए तो न केवल हम आत्मनिर्भर बन सकते है बल्कि दुनिया में महाशक्ति भी बन सकते है। इसके लिए सरकारी कंपनियों का उपयोग करने की आवश्यकता है। कोरोना के संकट काल में सरकारी कंपनियों और संस्थानों ने देश को बचाने में बड़ी भूमिका निभाई है। इसी के अंतर्गत अब टीका निर्माण के लिए आवश्यक औषधि पदार्थ का उत्पादन शुरू करने के लिए पहल की गई है। इससे देश में टीका निर्माण में तेजी लाई जा सकेगी। अभी तक देश टीका निर्माण के लिए कच्चे माल के लिए विदेशों विशेषकर अमरीका पर निर्भर है।
वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार ने कुछ सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को मिशन कोविड सुरक्षा के तहत अनुदान देने का निर्णय लिया है। ऐसी ही एक कंपनी हैदराबाद स्थित इंडियन इम्यूनोलॉजिकल लिमिटेड (आईआईएल) है जो सार्वजनिक क्षेत्र पीएसयू कंपनी राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की एक सहायक कंपनी है।
आईआईएल और भारत बायोटेक के बीच एक तकनीकी सहयोग समझौता किया गया है। इसके अंतर्गत आईआईएल भारत बायोटेक को कोवैक्सीन टीके के निर्माण के लिए आवश्यक औषधि पदार्थ की आपूर्ति करेगी। इंडियन इम्यूनोलॉजिकल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. के. आनंद कुमार ने कहा कि आईआईएलए 15 जून से कोवैक्सीन के लिए औषधि पदार्थ का उत्पादन शुरू करने और जुलाई तक भारत बायोटेक लिमिटेड को पहली खेप भेजने की योजना बना रहा है। उन्हें उम्मीद है भारतीय इम्यूनोलॉजिकल प्रति माह लगभग 10-15 मिलियन खुराक के लिए औषधि पदार्थ का उत्पादन कर सकेगी। यह शुरू में 2-3 मिलियन खुराक के लिए औषधि पदार्थ का उत्पादन करेगी और आगे चलकर प्रति माह 6-7 मिलियन खुराक के लिए औषधि पदार्थ का उत्पादन बढ़ाया जाएगा।
डॉ. कुमार ने बताया कि वे हैदराबाद के पास आईआईएल की करकापटला विनिर्माण इकाई को औषधि पदार्थ के उत्पादन के लिए जैव सुरक्षा स्तर-3 (बीएसएल-3) की सुविधा में परिवर्तित कर रहे हैं और इसके लिए एक अन्य ब्लॉक का निर्माण भी कर रहे हैं। आईआईएल एक अन्य कोविड-19 वैक्सीन पर भी काम कर रही है और वर्तमान में पशुओं पर इस वैक्सीन के परीक्षण चल रहे हैं। वैक्सीन का मानव परीक्षण अगले साल तक शुरू होने की उम्मीद है।
आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत भारत सरकार द्वारा स्वदेशी कोविड टीकों के विकास और उत्पादन में तेजी लाने के लिए कोविड सुरक्षा की घोषणा की गई थी। यह योजना जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही है। इंडियन इम्यूनोलॉजिकल लिमिटेड (आईआईएलद्ध) हैदराबाद को उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए 60 करोड़ रूपए का अनुदान मंजूर किया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version